UP News: प्रदेश में ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती को लेकर संकट मंडरा रहा है. वहीं पीलीभीत में BJP विधायक द्वारा बिजली समस्या को लेकर चिट्टी लिखना गजब हो गया. चिट्टी लिखने के बाद विद्युत विभाग के अफसरों ने कई ग्रामीण इलाकों में बकायेदारों के लगभग दो हजार से अधिक कनेक्शन काट दिए. वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने जमकर निशाना साधते हुए बिजली पर सियासत तेज कर दी है. जिले में दौरा करने पहुंचे राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेश कश्यप ने विधायक का बचाव कर बिजली उत्पादन कम होने की वजह से बिजली कटौती मानते हुए जल्द ही उत्पादन बढ़ाकर सुधार करने का आश्वासन दिया है.


क्या है मामला?
पूरनपुर से बीजेपी विधायक बाबूराम पासवान ने ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को लिखी चिट्ठी. चिट्ठी में ऊर्जा मंत्री ने अपने क्षेत्र में बिजली कटौती को लेकर समस्या का समाधान करने की बात कही है. वहीं पूरे प्रदेश में पूरनपुर क्षेत्र में बिजली राजस्व की वसूली में नंबर वन बता दिया. उसके बाद ऊर्जा मंत्री को लिखी गई चिट्ठी को लेकर विद्युत विभाग के आला अफसरों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए, उनके क्षेत्र के लगभग दो दर्जन से अधिक ग्रामीण इलाकों में 10,000 से अधिक बकाया वाले उपभोक्ताओं के लगभग 2000 कनेक्शन काट दिए. जिसको लेकर अब विपक्ष बिजली कटौती को लेकर सियासत झटके दिखाने में लगा है. 


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क्या बोले मंत्री?
वहीं अपनी चिट्ठी लिखने के बाद विधायक अब मीडिया से भागते नजर आ रहे हैं. लेकिन इतना जरूर है पीलीभीत में विपक्ष को विधायक की चिट्ठी पर सियासत करने का मौका जरूर मिल गया है. विपक्ष बीजेपी विधायक की चिट्ठी को झूठा बताते हुए बीजेपी सरकार में अफसरशाही हावी बताते नजर आ रहा है. हालांकि पीलीभीत पहुंचे राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार में नरेश कश्यप ने बताया ने विधायक की चिट्ठी को लेकर मचे बवाल पर विधायक का पक्ष लिया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में कुछ कठिनाइयां बिजली सप्लाई को लेकर संदर्भ में रही हैं. जिसको लेकर अधिकारियों से रिपोर्ट शेड्यूल के आधार पर तय की गई है. जिसमें उन्होंने 11 से 12 घंटे बिजली ग्रामीण क्षेत्रों को देने की बात कही है. लेकिन बिजली उत्पादन को लेकर समस्याएं हैं. जल्दी सुधार पर बिजली सप्लाई को बेहतर किया जाएगा.


क्या बोले सपा नेता?
वहीं सपा जिला महामंत्री यूसुफ कादरी का कहना है कि प्रदेश सरकार की बिजली व्यवस्था पूरे प्रदेश में ग्रामीण स्तर पर ठप है. जिसका असर बेरोजगारी और रोज के व्यापार पर भी पड़ रहा है. लेकिन सरकार में दोबारा लौटने के बाद भी इस सरकार में अफसरशाही पूरी तरह हावी है. एक विधायक ने चिट्ठी लिख दी तो उन्हीं के क्षेत्र के गरीब किसानों के कनेक्शन काट दिए गए. एक तो वैसे ही बिजली नहीं मिल रही थी. ऊपर से अधिकारियों की मनमानी से कनेक्शन काटने के बाद लोग बेहद परेशान हैं. पूरी बीजेपी झूठ बोलने का काम करती है. चिट्ठी लिखने से नाराज हुए अधिकारियों ने उनके इलाके के 2000 से अधिक कनेक्शन काटने की कार्रवाई कर दी अफसर बेलगाम हो रहे हैं.


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