UP News: प्रभात पांडे की मौत को लेकर चल रहे विवाद को लेकर यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि प्रभात पांडे की मौत के मामले में हम पूरी तरीके से पुलिस का सहयोग करने की बात कही है. जो सरकार की व्यवस्था थी, जिस तरीके से पुलिस ने बैरिकेड किया था, जिस तरीके से कांटे वाली बेरीकेटिंग लगाई थी, वो सही नहीं थी. मैंने पहले भी कहा था कि यह पूरी तरीके से हमारे लोगों को प्रताड़ित करने के लिए किया गया था, हमारे लोगों की हत्या करने के लिए बैरिकेड लगाए गए थे.


अजय राय ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता जब आगे बढ़े तो जिस तरीके से पुलिस ने बल प्रयोग किया गया. लात जूते चलाए, लोगों को मारा पीटा और उसके बाद पुलिस की मार से हमारे कार्यकर्ता घायल हुए. जहां चोट के निशान भले नहीं है लेकिन दम घुटने की बात तो निकल के सामने आई है तो भीड़ में क्या होता है. अगर कहीं किसी को दबा दिया गया तो स्वाभाविक है कि उसके दबाव लगेगा, घुटन लगेगा, सफोकेशन लगेगा और इस कारण उसकी मौत हुई है.


मुझे जाने से क्यों रोका- अजय राय
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रशासन असंवेदनशील है और प्रशासन की लापरवाही से यह घटना घटित हुई है. मैं जब यहां से अंत्येष्टि में उसके घर जा रहा था तो पुलिस प्रशासन मुझे क्यों जाने से रोक रहा था. किसी की अंत्येष्टि में जाने से कैसे किसी को रोका जा सकता है. उन्होंने बस्ती से मुझे रोकना शुरू किया, संत कबीर नगर से लेकर पूरे गोरखपुर तक मुझे रोका, सहजनवा में तो दोनों फोर लेन ब्लॉक कर रोका गया और फिर मैं गाड़ी बदलकर दूसरी गाड़ी से गांव के रास्ते से वहां पहुंचा और वहां पर भी प्रशासन रोक रहा था.


उन्होंने कहा कि सरकार के दबाव में प्रशासन काम कर रहा है. हम पुलिस को अपना जवाब देंगे, कल तक हम जाएंगे पुलिस को अपना जवाब देने. गद्दा हटाने को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि यहां गद्दा रखने की कोई व्यवस्था नहीं है यहां कोई रहता नहीं है. यह ऑफिस है. टेंपरेरी उस दिन के लिए यहां पर गड्ढा मंगाया गया था और वह टेंट हाउस वाले ने गद्दा हटाया. 


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प्रभात पांडे की कैसे हुई मौत
इस घटना पर उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार के दबाव में काम ना करें, पुलिस निष्पक्ष होकर काम करें. पुलिस ने जैसा प्रेशर क्रिएट किया, इस कारण प्रभात पांडे की मौत हुई है. हम पूरी तरीके से प्रभात पांडे के परिवार के साथ खड़े हैं. उनका आर्थिक सहयोग भी कर रहे हैं. रायबरेली में लगे पोस्टर पर कहा कि बीजेपी बाबा साहब अंबेडकर के मुद्दे पर फंस चुकी है.


अजय राय ने कहा कि यह जिस तरीके से अमित शाह ने अपमानजनक तरीके से अंबेडकर जी के बारे में बोला है. उनको अंबेडकर जी भी नहीं कहा बाबा साहब भी नहीं कहा. इसका मतलब कि आप बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को सम्मान नहीं देते हैं. यह शब्द बता रहे हैं, यह पूरी तरीके से घिर चुके हैं और यह साबित हो चुके हैं कि यह दलित विरोधी बीजेपी और आरएसएस के लोग हैं.