आजमगढ़: छह जनवरी को लखनऊ में हुई मऊ जिले के मोहम्मदाबाद के ब्लाक प्रमुख पति अजीत सिंह की ताबड़तोड़ गोली मारकर हुई हत्या के मामले में आरोपित प्रदीप सिंह कबूतरा ने पुलिस को चकमा देकर आजमगढ़ दीवानी न्यायालय में अपर सत्र न्यायधीश कोर्ट नम्बर एक की अदालत में समपर्ण कर दिया. अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट से ही बहुचर्चित धनराज हत्याकांड के मामले में वारंट जारी हुआ था. अदालत ने उसे पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया.


फरार चल रहा था प्रदीप सिंह


ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्याकांड में शामिल अपराधियों को शरण देने व मदद करने के मामले में आजमगढ़ के तरंवा थाना क्षेत्र के कबूतरा गांव निवासी प्रदीप सिंह कबूतरा आरोपित थे. इस मामले में वारदात के बाद से ही प्रदीप सिंह फरार चल रहा था. पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. पुलिस की बढ़ती घेराबंदी के बीच प्रदीप सिंह कबूतरा ने 5 अप्रैल को लखनऊ स्थित सीजेएम कोर्ट में आत्मसपर्ण की अर्जी डाली थी लेकिन वह कचहरी नहीं पहुंचा. इस बीच लखनऊ पुलिस ने बीते गुरुवार को लखनऊ, जौनपुर और आजमगढ में शूटरों के मददगार विपुल सिंह और कुणाल की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी की थी. शनिवार की दोपहर प्रदीप सिंह कबूतरा ने दीवानी न्यायालय में पहुंचा और अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट नम्बर एक की अदालत में आत्मसपर्ण कर दिया. 


पहले भी जारी हुआ था वारंट 


अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट नम्बर एक से ही बहुचर्चित ट्रासपोर्टर धनराज की 11 मई 2013 में हुई हत्या के मामले में प्रदीप सिंह कबूतरा के खिलाफ वारंट जारी हुआ था. इसी मामले में प्रदीप सिंह कबूतरा कोर्ट में हाजिर हुआ है.


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