Prajwal Ravanna Case: प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल पर सपा विधायक ने स्मृति ईरानी से पूछा- 'NDA के लिए सब माफ है क्या..'
Prajwal Ravanna Case: समाजवादी पार्टी के विधायक ने कर्नाटक में एनडीए प्रत्याशी पर लगे यौन शोषण के आरोपों को लेकर स्मृति ईरानी को घेरा और पूछा कि आखिर वो इस मुद्दे पर कब बोलेंगी.
Prajwal Ravanna Sex Scandal: कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल केस को लेकर समाजवादी पार्टी के विधायक ओम प्रकाश सिंह ने स्मृति ईरानी पर सवाल उठाए हैं. सपा विधायक ने पूछा कि प्रज्वल रेवन्ना ने जिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म किए हैं उनके आप कब बात करेंगे. उन्होंने पूछा कि क्या एनडीए के लोगों के लिए सब माफ है.
ओम प्रकाश सिंह यूपी के गाजीपुर की जमनिया सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की एक पोस्ट को शेयर किया, जिसमें वो पश्चिम बंगाल में महिला सरस्वती सरकार की पिटाई मामले को लेकर टीएमसपी को घेरते हुए दिख रही है. उनकी एक पोस्ट पर पलटवार करते हुए सपा विधायक ने स्मृति ईरानी से पूछा कि न्याय सबके लिए समान है या पार्टी के झंडे के हिसाब से बदलता है.
सपा विधायक ने स्मृति ईरानी से पूछा सवाल
सपा विधायक ने एक्स पर लिखा, 'मंत्री महोदया, कर्नाटक में प्रज्वल रवन्ना ने जिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म किए हैं, उनसे कब बात कर रही हैं आप. महिला आयोग को जमीनी स्तर पर घटी घिनौनी स्थिति पर रिपोर्ट बनाने कब भेज रही हैं या अगर व्यक्ति NDA का होगा तो उसका सब माफ हैं? न्याय सबके लिए समान हैं या पार्टी के ध्वज अनुसार बदलता हैं?'
बता दें कि कर्नाटक की हासन लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी प्रज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के यौन शोषण का आरोप लगा है. इस मामले में उनके घर काम करने वाली एक महिला ने रविवार को शिकायत दर्ज कराई है. प्रज्वल पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते हैं. प्रज्वल के पिता पूर्व मंत्री एच.डी. रेवन्ना भी इस मामले में आरोपी है.
आरोप है कि पीड़िता एचडी रेवन्ना की पत्नी की रिश्तेदार है और उनके घर में सहायिका का काम करती थी. काम शुरू करने के चार महीने बाद रेवन्ना उसका यौन उत्पीड़न करने लगे जबकि प्रज्वल उनकी बेटी को वीडियो कॉल करके अश्लील बातें करता था. प्रज्वल हासन लोकसभा क्षेत्र से एनडीए के उम्मीदवार हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है. इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है.