लखनऊ, एबीपी गंगा। लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा की अगर कांग्रेस की सरकार आती है तो सभी उलमा, संतों, पक्षकारों को साथ लेकर राम मंदिर पर सहमति बनाई जायेगी। मीडिया से बात करते हुए प्रमोद कृष्णम ने कहा की भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर सिर्फ प्रोपेगेंडा किया है।


उन्होंने कहा की पिछले 5 साल में तीन तलाक को लेकर तीन बार अध्यादेश लाया गया लेकिन राम मंदिर पर नहीं। भारत का कोई मुसलमान राम मंदिर के खिलाफ नहीं है। प्रधानमंत्री ने पांच साल में 5 मिनट भी राम मंदिर के लिए नहीं निकाले। उन्होंने कहा की केंद्रीय गृहमंत्री के खुद सांसद होने के बाद भी लखनऊ की ये स्थिति अफसोसजनक है। न लोगों को साफ पानी मिल रहा न गढ्ढामुक्त सड़कें। आज भी लखनऊ सीवेज और ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझ रहा है। योगी सरकार आने के बाद लखनऊ अपनी पहचान खो रहा है।


कांग्रेस ने लखनऊ से प्रमोद कृष्णम को चुनावी मैदान में उतारा है। कृष्णम ब्राह्मण हैं और लखनऊ सीट पर ब्राह्मण उम्मीदवारों की जीत-हार तय करते हैं। कृष्णम राम मंदिर के पैरोकार रहे हैं। राम मंदिर को लेकर वह अक्सर बयान दिया करते हैं।


2014 के लोकसभा चुनाव में संभल से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन बुरी तरह हार गए। उन्हें मात्र 16034 वोट मिले और वे पाचवें पायदान पर सरक गए। अब काग्रेस ने उन्हें दोबारा मौका दिया है और लखनऊ जैसी हाई प्रोफाइल सीट से उतारा है।