Pratapgarh: फर्जी एआरटीओ बनकर दिखा रहा था रौब, पकड़े जाने पर कृषि विभाग का क्लर्क निकला
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक सरकारी कर्मचारी को किसी दूसरे विभाग के अधिकारी के आईडी कार्ड के साथ पकड़ा गया है. वह फर्जी आईडी के साथ लोगों को रौब दिखाया करता था.
UP News: प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में फर्जी एआरटीओ (Fake ARTO) बन कर मेडिकल कॉलेज कर्मचारियों की गाड़ियों के चालान की धमकी देने वाला शख्स कृषि विभाग (Agriculture Department) का सीनियर क्लर्क निकला जिसकी पहचान राकेश कुमार धुरिया के रूप में हुई है. धुरिया के पास से पुलिस ने परिचय पत्र बरामद किया है जिसपर एआरटीओ की मुहर लगी है. परिचय पत्र में ओवर राइटिंग भी साफ नजर आ रही है.
कर्मचारियों के हंगामे के बाद पकड़ा गया
अस्पताल कर्मचारियों के हंगामे के बाद पुलिस ने हिरासत में लेकर उसकी जामा तलाशी ली तो परिचय पत्र बरामद हुआ. नगर कोतवाली पुलिस फिलहाल पूछताछ कर रही है. जिला कृषि विभाग में 10 महीने पहले ही चित्रकूट से स्थानांतरित होकर आया. राकेश कुमार धुरिया प्रतापगढ़ के मान्धाता थाने के खमपुर का रहने वाला है. पकड़े जाने के बाद कभी वह चित्रकूट तो कभी वाराणसी का एआरटीओ बता कर पुलिस पर रौब गांठ रहा था. हंगामा देखकर जब पत्रकारों राकेश धुरिया से मामला जानने की कोशिश की तो उसने कहा कि वह प्रतापगढ़ एआरटीओ से है और वाराणसी का रहने वाला है.
इधर-उधर की बात कर पुलिस को घुमाता रहा
फर्जी एआरटीओ से कोतवाली में पुलिस पूछताछ कर रही थी और वह इधर-उधर की बातें करके पुलिस को घुमाता रहा. उधर, फर्जी एआरटीओ को बचाने के लिए कोतवाली में दलालों के जमावड़ा भी लगा हुआ है. अब इस मामले में सीओ सिटी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में तंग गलियां हैं जहां कर्मचारी बाइक लेकर जा रहा था. इस बीच कहासुनी हुई और फर्जी कर्मचारी पकड़ा गया. इस मामले में संबंंधति विभाग से भी पूछताछ की गई है. इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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