प्रतापगढ़: पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध मौत के मामले में एबीपी गंगा चैनल पर खबर दिखाए जाने के बाद सरकारी अमला हरकत में आया है. अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. हत्या समेत कई अन्य धाराओं में भी एफआईआर दर्ज की गई है. प्रयागराज जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश ने हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज होने की जानकारी दी है.


परिवार की मांग का पूरा ख्याल रखा जाएगा
एडीजी प्रेम प्रकाश का दावा है कि परिवार को सुरक्षा भी मुहैया कराई गई है. एक महिला और एक पुरुष कांस्टेबल परिवार की सुरक्षा में रहेगा. परिवार जिस तरह चाहेगा उस तरह से मामले में जांच कराई जाएगी. परिवार अगर कहेगा तो किसी दूसरे जिले की एसआईटी से भी जांच कराई जाएगी. लिखित सीबीआई जांच की मांग होने पर उसे शासन को भेजा जाएगा. परिवार की मांग का पूरा ख्याल रखा जाएगा. एडीजी प्रेम प्रकाश ने सुलभ के लेटर पर सफाई देते हुए कहा कि कल दोपहर को ही लेटर मिला था जिसे तुरंत प्रतापगढ़ के एसपी को फॉरवर्ड कर दिया गया था. एसपी ने तुरंत सुलभ से बात भी कर ली थी. रात को जिस खबर की कवरेज करने गए थे वहां भी प्रभारी एसपी ने उनसे बात कर हर तरह की मदद का भरोसा दिलाया था. 


मामले में इंसाफ होगा
प्रतापगढ़ के डीएम नितिन बंसल ने आर्थिक मुआवजे की सिफारिश सरकार से किए जाने की जानकारी दी साथ ही पत्नी को नौकरी दिए जाने का वायदा भी किया. उन्होंने कहा कि शैक्षिक योग्यता के आधार पर नौकरी दिलाई जाएगी. प्रतापगढ़ के सांसद संगम लाल गुप्ता ने कहा इस मामले में इंसाफ होगा, कहीं कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. परिवार को इंसाफ दिलाया जाएगा. सपा एमएलसी अक्षय प्रताप उर्फ़ गोपाल जी ने भी सरकार को घेरते हुए सीबीआई जांच की मांग की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन कर सुलभ के परिवार वालों के लिए इंसाफ की मांग की है. 


पत्नी ने की सीबीआई जांच की मांग
परिजनों का आरोप है कि ये हादसा नहीं बल्कि हत्या है. पत्नी ने हत्या के पीछे बड़ी साजिश की आशंका जताई है. पत्नी रेणुका श्रीवास्तव ने पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. पत्नी का आरोप है कि प्रतापगढ़ की पुलिस पर भरोसा नहीं है. प्रतापगढ़ पुलिस मामले में लीपापोती करेगी. सीबीआई जांच से ही सच सामने आएगा. परिवार ने अपने लिए भी खतरे का अंदेशा जताया है और सुरक्षा की मांग की है. परिवार का आरोप है कि सुलभ कई दिनों से बेहद परेशान थे. सुलभ श्रीवास्तव ने परिवार के सामने ही पुलिस को देने के लिए प्रार्थना पत्र तैयार किया था. पत्नी ने कहा कि अगर पुलिस ने वक्त रहते मदद कर दी होती तो आज सुलभ जिंदा होते.  


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