Pratapgarh News: प्रतापगढ़ में पटाखा कारोबारी के घर भीषण आग लग गई और लगातार विस्फोट होता रहा. सिलेंडरों में विस्फोट के बाद आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. इसमें बच्चों, महिलाओं समेत आधा दर्जन से अधिक लोग झुलस गए. दो लोगों की जलकर मौत हो गई और 6 लोग गम्भीर रूप से झुलस गए हैं. गम्भीर रूप से घायलों को मेडिकल कालेज के डॉक्टरों ने प्रयागराज (Prayagraj) रेफर कर दिया. मृतकों संख्या अभी बढ़ भी सकती है.
कहां की है घटना
आग लगने की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की चार गाडियों ने घण्टों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू पाया. मौके पर तमाशबीनों की भारी भीड़ जुटी रही. इस दौरान प्रयागराज-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन घंटों बाधित रहा. यह घटना कोहड़ौर थाना इलाके के स्थानीय कस्बे की है. अब पुलिस इस मामले में लीपापोती करने में जुटी हुई है.
सीओ सिटी ने क्या कहा
घटना के बाबत सीओ सिटी अभय पांडेय का कहना कि, ''मामला संज्ञान में आया है कि मकान में आग लगी थी. उनके बताने के अनुसार शार्ट सर्किट और सिलेंडर फटने से आग लगी. हो सकता है कुछ पटाखे भी रहे होंगे जिनके वजह से प्रथम तल पर आग लगी. जिसमे 6 व्यक्ति घायल हैं और 2 की मौत हो गयी है. इस संबंध में मेरे और एसडीएम पट्टी द्वारा संयुक्त रूप से जांच की जा रही है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी.''
सीओ का यह भी कहना है कि, ''पटाखों का गोदाम घर से दूसरी जगह है, वह वहीं भंडारण किया करता है. जांच यह भी की जा रही है कि क्या आग लगने वाले भवन में भी पटाखों का भंडारण किया गया था.'' सीओ को अभी ये भी नहीं पता कि पीड़ित पटाखा व्यवसाई का पटाखों का व्यवसाय वैध है या अवैध. इस बारे में भी जांच होनी है.
पुलिस-प्रशासन गंभीर नहीं
बता दें कि इस तरह की ये कोई पहली घटना नहीं है. कोहड़ौर हो, शहर का चौक हो, बेगमवार्ड हो, कटरा मेदिनीगंज हो या कटरा गुलाब सिंह. यहां साल दर साल विस्फोटों में दर्जनों लोग जान गवां चुके है लेकिन पुलिस-प्रशासन इस मामले में गम्भीर नहीं हो रहा है. इसके चलते रिहायशी इलाकों में पटाखों के निर्माण से लेकर भंडारण तक जारी है.