Pratapgarh News: पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ (Brajesh Mishra Saurabh) ने सपा से इस्तीफा दे दिया है. बीजेपी में मुख्यमंत्री को मठ में घण्टा बजाने की सलाह और नौकरशाह से नेता बने एके शर्मा को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग करने वाले बृजेश मिश्र सौरभ ने बीजेपी से टिकट न मिलता देख आठ माह पहले तीन जनवरी को सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के सामने लाल टोपी पहनी थी.


'वहां मेरे स्वभाव के अनुकूल माहौल नहीं'
आठ माह की उधेड़बुन के बाद मंगलवार को प्रेसवार्ता कर बृजेश सौरभ ने कहा कि वहां मेरे स्वभाव के अनुकूल माहौल नहीं है. लगभग 8 महीने तक पार्टी में रहकर मैने अपनी क्षमता के अनुरूप पार्टी और संगठन के लिए हरसंभव काम किया. लेकिन समय के अभाव और अपने स्वभाव के कारण मैं समाजवादी पार्टी में खुद को असहज महसूस कर रहा हूं. इसलिए मैं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं.


सभी दलों की कर चुके हैं यात्रा 
मातृ संगठन के जिस आचरण और शुरू से जो पारिवारिक संस्कार मुझे मिले थे, इस दल में मैं खुद को विरक्त महसूस कर रहा था. इसलिए मुझे लग रहा था कि 8 महीने पहले लिया गया मेरा फैसला पूरी तरह गलत था. अभी मेरा राजनीतिक विश्राम समय रहेगा, आगे की राजनीति के बारे में अभी कुछ नही कह सकता. बता दें बसपा की लहर में गड़वारा विधानसभा से बसपा के टिकट पर विधायक बने सौरभ सभी दलों की यात्रा कर चुके हैं. इसी के साथ बृजेश मिश्र सौरभ ने आठ महीने पहले ही समाजवादी पार्टी ज्वॉइन की थी.


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