UP News: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (SP) के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष गुलशन यादव (Gulshan Yadav) को रिहा कर दिया गया है. गुलशन यादव को मंगलवार को ही पहले यूपी पुलिस (UP Police) की तरफ से गिरफ्तार किया गया था. अदालत में पेश करने के बाद हाईकोर्ट के डायरेक्शन के आधार पर एनबीडब्ल्यू रिकॉल हुआ. सीजेएम ने धारा 395 को रिफ्यूज करते हुए जमानत मंजूर कर दिया. जमानत पर रिहा किए जाने पर सपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है.


गौरतलब है कि सपा के प्रतापगढ़ कार्यवाहक जिलाध्यक्ष गुलशन यादव को लूट और मारपीट के आरोप में मंगलवार को प्रयागराज के कर्नलगंज से गिरफ्तार किया गया था. अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्रा ने बताया कि लूट और मारपीट के एक मामले में वांछित सपा के कार्यवाहक जिलाध्यक्ष गुलशन यादव को प्रयागराज के कर्नलगंज क्षेत्र स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया.


गुलशन यादव पर 21 मुकदमे दर्ज


अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गुलशन यादव के खिलाफ हत्या और लूट समेत अनेक जघन्य मामलों के कुल 21 मुकदमे दर्ज हैं. उनके खिलाफ डकैती, हमला करने, आर्थिक नुकसान पहुंचाने और धमकाने के आरोपों में दर्ज एक मुकदमे में गैर जमानती वारंट जारी हुआ था. गुलशन यादव 2022 के विधानसभा चुनाव में कुंडा सीट से जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे. हालांकि, उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था. गुलशन यादव कभी राजा भैया के करीबी माने जाते थे.


इन चर्चित मामलों में भी आरोपी रहे हैं गुलशन यादव


बता दें कि मायावती के कार्यकाल में जब राजा भैया पर पोटा लगाया गया था उस वक्त पोटा मामले के गवाह राजेन्द्र यादव की हत्या कुंडा इलाके में हुई थीं. उसके बाद सीओ जियाउल हक हत्याकांड में भी राजा भैया के साथ गुलशन यादव को सह आरोपी बनाया गया था. हालांकि, सीबीआई ने राजा भैया के साथ ही गुलशन यादव को भी क्लीन चिट दे दी थी.


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