Pratapgarh News: दबंगों ने छात्रा का अपहरण कर बनाया हवश का शिकार, फिर ट्रक ड्राइवर को बेचा, ऐसे निकली चंगुल से बाहर
UP News: एक दिन ड्राइवर फोन पर बात करते हुए दरवाजा खुला छोड़कर बाहर निकला तो पड़ोस की आंटी-अंकल की मदद से छात्रा ने पिता को फोन किया जिसके बाद पिता पुलिस की मदद से उसे वापस लाया.
Uttar Pradesh News: यूपी के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) जिले में बाजार से लौट रही छात्रा का पड़ोसी गांव के तीन दबंगों ने अपहरण कर हवश का शिकार बनाया और इसके बाद उसे ट्रक ड्राइवर के हाथों बेच दिया. पीड़िता दो महीने बाद दरिंदों के चंगुल से छूटी. इसके बाद दरिंदे उसपर समझौते का दबाव बना रहे हैं और धमकी दे रहे हैं. मामला लालगंज कोतवाली इलाके का है. दरिंदों के चंगुल से छूटकर घर पहुंची पीड़ित छात्रा ने दर्द भरी दास्तान सुनाई.
छात्रा ने क्या आरोप लगाया
छात्रा का आरोप है कि वह एक जुलाई को एटीएम से पैसा निकालकर वापस घर आ रही थी तभी तीन चार लोग मुंह दबाकर उसका अपहरण करके पहले मानिकपुर ले गए और दोस्तो संग हवस का शिकार बनाया. इसके बाद गोरखपुर में ट्रक ड्राइवर के हाथों पचास हजार रुपये में बेंच दिया. उसने बताया कि सभी ने रास्ते में हवस का शिकार बनाया. गोरखपुर में ट्रक ड्राइवर जो राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है दो माह तक हवस मिटाता रहा. इस बीच पीड़िता के साथ मारपीट भी की जाती रही.
कैसे निकली चंगुल से बाहर
वहीं अपहरण करने वाले दरिंदे लगातार ट्रक ड्राइवर को ताकीद करते रहे कि लड़की वहां से निकलने न पाए. एक दिन ड्राइवर फोन पर बात करते हुए दरवाजा खुला छोड़कर बाहर निकला तो पड़ोस की आंटी और अंकल की मदद से अपने पिता को फोन किया जिसके बाद पीड़िता का पिता पुलिस की मदद से उसे वापस लाया. अपहरण करने वाले मोनू दुबे, अविनाश वर्मा और राजेश वर्मा लगातार सुलह समझौते का दबाव बनाते हुए धमकी दे रहे हैं. इस बात की जानकारी मिलने पर समाजवादी नेता राम आसरे विश्वकर्मा पीड़िता के घर पहुंचे और उसे हर सम्भव मदद का अश्वासन दिया.
एएसपी ने क्या बताया
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्र ने बताया कि लालगंज थाना इलाके की एक लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. इसके बाद पुलिस टीम गई और उसे बरामद करके वापस लेकर आई. पीड़िता के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है और मामले की जांच जारी है. लड़की के आरोप की बाबत जानकारी मांगने पर एएसपी ने बताया कि अभी इसकी जानकारी में नहीं है. इस बात की जानकारी अगर सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी.
Mulayam Singh Yadav Death: मुलायम सिंह यादव के निधन पर सीएम योगी ने जताया दुख, कहा- 'संघर्षशील युग का हुआ अंत'