Crime News: यूपी का प्रतापगढ़ (Pratapgarh) नशीले पदार्थों की मंडी बन चुका है. हाल ही में यहां को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. वीडियो में कुछ लोग नशीले पदार्थ बेचते हुए दिखाई दे रहे है. वायरल हो रहा ये वीडियो कोहड़ौर थाने से महज 200 मीटर दूरी का है. जिसमें कुछ लोग भरे बाजार गांजा की गुणवत्ता चेक करते और उसे बेचते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में खरीददार इलाके के कुछ रसूखदार लोगों का भी नाम भी ले रहे है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले पर तुरंत कार्रवाई की.
नशीले पदार्थों की बिक्री में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता
दरअसल वीडियो की शिकायत पुलिस को गांव वालों ने दी. जिसके बाद पुलिस ने उसे सत्यता की जांच के लिए भेजा और एसपी ने मामले पर एक अधिकारी को नामित किया. बता दें कि इस मामले में कुछ पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की पुष्टि की गई है. जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने तुंरत कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष कोहड़ौर बच्चेलाल, इसी थाने की मदाफरपुर चौकी इंचार्ज हरीश तिवारी के साथ ही हेड कांस्टेबल शिवचंद्र याद, कांस्टेबल नन्हेलाल बिंद, आशीष कुमार, प्रदीप कुमार, प्रवीण कुमार, बलराम सिंह, अनिल पटेल और राम नारायण को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है. इसके साथ ही क़ानून व्यवस्था को देखते हुए क्राइम ब्रांच के निरीक्षक को थाने का प्रभार, तो बाघराय थाने में तैनात उप निरीक्षक संदीप सिंह को चौकी का प्रभार सौंप दिया.
10 पुलिस कर्मियों पर हुई कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक का कहना है कि हमें इस मामले में ग्रामीणों द्वारा शिकायत मिली थी. जिसके बाद जांच कराई गई तो मामला सच पाया गया. इस मामले में कुल दस पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. कोशिश है कि जिले में इस तरह के अवैध विक्री पर रोक लगाई जा सके. अन्य इलाकों में भी इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने का प्रयास है अगर किसी भी इलाके से ऐसी शिकायतें मिलेंगी तो संलिप्त पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. अब देखना होगा कि इस कार्रवाई के बाद इलाके में मादक पदार्थों की बिक्री पर कितना और किस तरह का असर पड़ता है.
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