Prayagraj News: सरकारी अमले पर अतीक अहमद गैंग के सदस्यों को बचाने के आरोप, पोस्टर लगाकर उठाए सवाल
प्रयागराज में सरकारी अमला पूर्व सांसद अतीक अहमद को लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं की आलोचनों के घेरे में आ गया है. सरकारी अधिकारियों पर सामाजिक कार्य़कर्ताओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं.
UP News: यूपी में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व वाली सरकार में माफियाओं, बाहुबलियों और अन्य अपराधियों के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई प्रयागराज (Prayagraj) के पूर्व सांसद अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के खिलाफ हुई है. पिछले कई सालों से गुजरात के साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद की हजारों करोड़ों रुपए की संपत्ति या तो बुलडोजरों के जरिए ज़मींदोज़ कर दी गई है या फिर उन्हें कुर्क कर लिया गया है. हालांकि इस सख्ती के बावजूद सरकारी अमले पर अतीक गैंग के कुछ सदस्यों पर नरमी बरतने और उन्हें बचाने के गंभीर आरोप भी लग रहे हैं.
प्रयागराज में पोस्ट लगाकर सरकार पर वार
अतीक गैंग के सदस्यों के नाम और उनकी फोटो के साथ प्रयागराज शहर में इन दिनों कई जगहों पर पोस्टर्स लगाए गए हैं. इन पोस्टर्स के जरिए यह बताने की कोशिश की गई है कि जा रही है कि सरकार ने अतीक गैंग पर भले ही नकेल कस रखी हो, लेकिन नीचे के कर्मचारी गुर्गों पर मेहरबान हैं. खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताने वाले सिद्धांत यादव और कुछ अन्य लोगों ने यह पोस्टर लगाए हुए हैं. पोस्टरों में अतीक गैंग के दो सदस्यों की फोटो और उनके नाम के साथ लिखा गया है कि यह दोनों योगीराज में भी धड़ल्ले से जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं. अवैध तरीके से रियल स्टेट का कारोबार कर रहे हैं. सरकारी जमीनों पर निर्माण करा रहे हैं.
इन स्थानों में लगाए गए हैं पोस्टर
पोस्टरों के ज़रिए आरोप लगाया गया है कि यह गोरखधंधा राजस्व विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से चल रहा है. इस बारे में कई बार अफसरों से लेकर सरकार तक शिकायत की गई, लेकिन जांच में निचले स्तर के कर्मचारी गलत रिपोर्ट लगाकर गैंग से जुड़े हुए कथित अपराधियों को बचा लेते हैं. ये पोस्टर्स प्रयागराज में सिविल लाइन समेत कई जगहों पर लगाए गए हैं. शहर में तमाम जगहों पर लगे यह पोस्टर्स चर्चा का सबब बने हुए हैं. पोस्टर लगाने वाले सिद्धांत यादव का कहना है कि जिनके खिलाफ उन्होंने पोस्टर लगाए हैं, उन पर फर्जी तरीके से खतौनी तैयार कर रिकॉर्डो में हेराफेरी करने का भी आरोप है. इस बारे में जब भी शिकायत की जाती है तो मिलीभगत होने के चलते लीपापोती कर दी जाती है. यह बात ऊंचे पदों पर बैठे जिम्मेदार लोगों तक पहुंचे, इसी वजह से उन्होंने पोस्टर लगाने का फैसला किया है.
अधिकारियों ने कार्रवाई पर दी यह दलील
दूसरी तरफ जिम्मेदार अफसरों का कहना है कि अतीक अहमद और उसके गैंग के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है. अकेले इस साल करोड़ों रुपए की संपत्तियां गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की गई हैं. अतीक के साथ ही उसके आईएस 227 गैंग के सदस्यों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. गैंग के सदस्यों की लगातार मॉनिटरिंग भी हो रही है. जिन लोगों के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं, उनके भी बेशकीमती फार्म हाउस पर दो साल पहले ही बुलडोजर चल चुका है. ऐसे में पोस्टर के जरिए लगाए गए आरोप गलत हैं. हालांकि इन सबके बावजूद पूरे मामले की जांच कराई जाएगी. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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