UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में मंगलवार दोपहर को बारिश के काऱण एक मकान का हिस्सा ढह (Building Collapsed) गया. मकान के मलबे में दबकर चार लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिनमें से श्याम बाबू की इलाज के दौरान मौत हो गई. अब मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है. घायलों का अलग-अलग अस्पताल में इलाज चल रहा है. यह एक ट्रस्ट की इमारत है जिसकी हालत पहले से ही जर्जर थी.
अचानक ही भरभराकर गिर पड़ा इमारत का एक हिस्सा
यह प्रयागराज के मुट्ठीगंज थाना क्षेत्र के हटिया इलाके की घटना बताई जा रही है. यह घटना दोपहर 2:15 बजे उस वक्त हुई जब लोग बारिश से बचने के लिए इमारत के शेड के नीचे खड़े थे तभी अचानक इसका एक हिस्सा भरभराकर गिर गया और वे लोग चपेट में आ गए. बताया जा रहा है कि मकान में रहने वाले लोग सुरक्षित हैं. घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा गया. राहत-बचाव का काम पूरा कर लिया गया है. हादसे की जानकारी मिलने पर एसएसपी और डीएम भी मौके पर पहुंच गए. हादसे में मरने वालों की पहचान सुशील कुमार गुप्ता, राजेंद्र पटेल, नीरज केसरवानी, नसीरुद्दीन और श्याम बाबू के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि इस घटना में बिजली विभाग के कुछ कर्मचारी घायल हुए हैं.
सीएम योगी ने जताया दुख
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जाहिर किया. सीएम कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है, 'सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनपद प्रयागराज में बारिश के कारण गिरी जर्जर इमारत के हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुःख प्रकट किया है. मुख्यमंत्री जी ने दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री जी ने संबंधित डीएम व पुलिस अधिकारियों को मौके पर तत्काल पहुंचने के निर्देश दिए हैं. जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का नि:शुल्क उपचार कराने हेतु निर्देशित किया है.'
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
यह एक ट्रस्ट की इमारत है और इसमें कई किराएदार रहते हैं. बताया जा रहा है कि नगर निगम ने शहरी क्षेत्र में 170 जर्जर इमारतों की सूची तैयार की थी हालांकि उसमें यह इमारत शामिल नहीं है. दरअसल इसमें किराएदार रह रहे हैं इसलिए नगर निगम कार्रवाई नहीं कर पा रहा. मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी का दावा है कि पिछले दो सालों में तकरीबन 200 जर्जर इमारतों को या तो ठीक किया गया है या तो उन्हें गिराया गया है. प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. अब बिल्डिंग के अंदरूनी हिस्से की फोटोग्राफी और सर्वे कराया जाएगा. अगर अंदर का हिस्सा जर्जर निकला तो बिल्डिंग को गिराया जाएगा. अगले एक-दो दिन में विकास प्राधिकरण भी कार्रवाई कर सकता है.
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