(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
प्रयागराज में बगैर मान्यता के चल रहे 5 स्कूलों पर एक्शन, प्रबंधकों से 1 हफ्ते में जवाब तलब
Prayagraj News: संयुक्त शिक्षा निदेशक से जारी नोटिस में पांचों स्कूलों के प्रबंधकों से एक हफ्ते में जवाब तलब किया है. संतोषजनक स्पष्टीकरण न दिए जाने पर स्कूलों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
Prayagraj News: प्रयागराज में बगैर मान्यता के संचालित हो रहे पांच स्कूलों पर शिक्षा विभाग की ओर से एक्शन लिया गया है. विभाग ने इस मामले में पांचों स्कूलों के प्रबंधकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रयागराज मंडल दिब्यकांत शुक्ल द्वारा स्कूल प्रबंधकों को नोटिस जारी कर एक हफ्ते के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. आरोप है कि इन स्कूल में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक पढ़ाई के लिए मान्यता नहीं ली गई थी. ये बिना मान्यता संचालित हो रहे थे.
संयुक्त शिक्षा निदेशक की ओर जारी नोटिस में पांचों स्कूलों के प्रबंधकों से एक हफ्ते के अंदर जवाब तलब किया है. इसके साथ ही संतोषजनक स्पष्टीकरण न दिए जाने पर स्कूलों के खिलाफ यूपी बोर्ड के नियमों के तहत कड़ी वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. जनपद में बगैर मान्यता के संचालित हो रहे इन स्कूलों के खिलाफ दर्ज एफआईआर दर्ज होगी.
बिना मान्यता के चल रहे ये स्कूल
खबर के मुताबिक प्रयागराज जनपद में पांच स्कूल बिना मान्यता के संचालन होने की बात सामने आई है. ये स्कूल है- ज्योतिबा फुले स्कूल एंड कॉलेज नरसिंहपुर चकिया नैनी, एस एस मेमोरियल पब्लिक स्कूल नीवीं नैनी, गीता ज्ञान मंदिर जी जी एम कान्वेंट स्कूल गौहनिया जसरा, नेशनल कॉन्वेंट स्कूल घूरपुर जसरा और ज्ञान भारती स्कूल देवरिया भीटा जसरा. ये सभी स्कूल बगैर मान्यता संचालित होते पाए गए थे.
जांच के दौरान पाया गया है कि इन स्कूलों की कक्षा एक से आठ तक की मान्यता बीएसए से ली गई है. लेकिन, इन स्कूलों में इससे आगे की पढ़ाई भी करवाई जा रही है, जिसके लिए मान्यता नहीं ली गई है. इन स्कूलों में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक की कक्षाएं बगैर मान्यता के संचालित हो रही है. संयुक्त शिक्षा निदेशक ने कहा कि ये यह छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. बिना मान्यता के ये स्कूल नहीं चलाए जा सकते हैं.
शिक्षा निदेशक ने साफ कर दिया है कि अगर एक हफ्ते के अंदर स्कूल संचालकों की तरफ़ से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो इन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस सिलसिले में आठवीं तक दी गई मान्यता को वापस लिए जाने के लिए बीएसए प्रयागराज को निर्देशित किया जाएगा.