Narendra Giri Suicide Case: अमर गिरी और पवन महाराज को फिर से समन, 11 जुलाई कोर्ट में पेश होने का आदेश
Prayagraj News: अर्जी में वकील से शांत जगह पर मुलाकात के लिए एक घंटे की मांग की गई है. वकील से मुलाकात के दौरान जेल प्रशासन का कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं होना चाहिए.
UP News: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि खुदकुशी मामले (Narendra Giri Suicide Case) में वादी अमर गिरी और पवन महाराज पेश नहीं हुए. दोनों का जिला जज की कोर्ट में बयान दर्ज होना था. पिछली सुनवाई पर पूरा बयान दर्ज नहीं हो सका था. कोर्ट में पेश नहीं होने पर दोनों को फिर से समन जारी किया गया है. 11 जुलाई को बयान दर्ज करने के लिए जिला जज संतोष राय ने तलब किया है. मामले में आरोपी आनंद गिरी (Anand Giri) उर्फ अशोक चोटिया की ओर से कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई.
महंत नरेंद्र गिरि खुदकुशी मामला
अर्जी में वकील से शांत जगह पर मुलाकात के लिए एक घंटे की मांग की गई है. वकील से मुलाकात के दौरान जेल प्रशासन का कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं होना चाहिए. आनंद गिरि की अर्जी को पत्रावली पर रखा गया है. अगली सुनवाई में कोर्ट आनंद गिरी की अर्जी पर भी फैसला लेगी. 31 मई से केस का ट्रायल शुरू हो चुका है. जिला जज संतोष राय केस की सुनवाई कर रहे हैं. अमर गिरि और पवन महाराज ने जार्जटाउन थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी.
सीबीआई की जांच में तीन आरोपी
सीबीआई ने जांच में 3 लोगों को आरोपी बनाया है और सबसे पहले दोनों का बयान दर्ज किए जाने की सिफारिश की थी. 20 सितंबर 2021 को प्रयागराज के बाघंबरी मठ में महंत नरेंद्र गिरि फंदे पर लटके हुए पाए गए थे. महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरी, बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और बेटे संदीप तिवारी को सीबीआई ने आरोपी बनाया है. डीजीसी क्रिमिनल गुलाब चंद्र अग्रहरि ने बताया कि आनंद गिरि चित्रकूट जेल में और दो अन्य आरोपी नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं.