Prayagraj: बाहुबली अतीक की पत्नी ने दी योगी के कैबिनेट मंत्री को चुनौती, कहा- वह मकान बनवाएं तो हम देंगे जमीनें
प्रयागराज में पूर्व सांसद अतीक अहमद के कब्जे से खाली कराई गई जिस जमीन पर भूमि पूजन कर गरीबों के लिए सस्ते दाम पर घर बनाए जाने के अभियान का आगाज किया था, उस जमीन को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है.
UP News: प्रयागराज में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पूर्व माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के कब्जे से खाली कराई गई जिस जमीन पर भूमि पूजन कर गरीबों के लिए सस्ते दाम पर घर बनाए जाने के अभियान का आगाज किया था, उस जमीन को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है.
दरअसल बाहुबली अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने इस जमीन को अपने परिवार से जुड़े करीबियों की बताते हुए योगी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किये हैं और मामले को अदालत की दहलीज तक ले जाने की बात कही है. इतना ही नहीं बाहुबली की पत्नी ने सूबे के कैबिनेट मंत्री व इलाके के विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह पर जमकर निशाना साधते हुए उन्हें गरीबों के आशियाने बनवाने के लिए अपनी पुश्तैनी जमीन मुफ्त में दिए जाने का एलान भी किया है.
शाइस्ता ने सिद्धार्थनाथ को चुनौती देते हुए कहा है कि वह अपनी पुश्तैनी जमीनों को गरीबों के मकान बनाने के लिए मंत्री सिद्धार्थ को मुफ्त में देने को तैयार हैं, लेकिन शर्त यह है कि उन्हें इन जमीनों पर अपनी कमाई से गरीबों के मकान का निर्माण कराना होगा.
'सीएम योगी से छिपाई गई सच्चाई'
शाइस्ता परवीन का कहना है कि इलाके के विधायक और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने सिर्फ सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को गुमराह कर उनसे विवादित जमीन पर भूमि पूजन कराया था. शाइस्ता का दावा है कि सीएम योगी ने लूकरगंज इलाके की जिस 1531 वर्ग मीटर जमीन पर भूमि पूजन किया था, उस पर कभी उनके पति अतीक का कब्जा ही नहीं था. यह जमीन अतीक के पारिवारिक मित्र रफात अहमद के नाम की है. उनके पास इसकी रजिस्ट्री भी है. जमीन के इस हिस्से के विवाद को लेकर अदालत में मुकदमा विचाराधीन हैं. रफात अहमद यह जमीन पैसे लेकर अतीक के परिवार के नाम लिखने की तैयारी में थे, लेकिन मंत्री सिद्धार्थनाथ ने न सिर्फ इस जमीन पर बुलडोजर चलवा दिया, बल्कि सीएम योगी से सच्चाई छिपाकर उनसे भूमि पूजन कराकर गरीबों के लिए सस्ते मकान बनाए जाने के अभियान का कथित तौर पर आगाज भी करा दिया.
होटल ने नहीं दी प्रेस कॉन्फ्रेंस की जगह
शाइस्ता परवीन के मुताबिक मंत्री सिद्धार्थनाथ ने वोटों के ध्रुवीकरण और अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए यह हथकंडा अपनाया है. मंत्री के रसूख के चलते ही जिले के अधिकारी भी सीएम योगी को हकीकत बताने की हिम्मत नहीं जुटा सके थे. शाइस्ता ने अपनी बात रखने के लिए शहर के एक बड़े होटल में प्रेस कांफ्रेंस भी बुलाई, लेकिन एन वक्त पर होटल संचालक ने प्रशासन से धमकी मिलने का दावा करते हुए किसी को भी कुर्सी तक देने से इंकार कर दिया. ऐसे में शाइस्ता समेत अतीक के परिवार के बाकी लोगों को सड़क पर खड़े होकर मीडिया से बातचीत करना पड़ा. इस दौरान वहां काफी देर तक हंगामे और अफरा-तफरी के हालात रहे.
सीएम योगी ने किया था शिलान्यास
गौरतलब है कि यूपी सरकार ने सूबे में माफियाओं के कब्जे से खाली कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए कम कीमत पर आवास बनाए जाने के अभियान का आगाज रविवार की शाम को संगम नगरी प्रयागराज से किया था. अभियान की शुरुआत खुद सीएम योगी ने माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के कब्जे से लूकरगंज इलाके में खाली कराई गई जमीन पर भूमि पूजन व शिलान्यास करके की थी. मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इस बारे में कहा था कि बाहुबली के आतंक से कांपने वाले लोग अब उसकी जमीन पर ही सिर छिपाने के लिए छत पा सकेंगे. गरीबों के आशियाने की सुगबुगाहट मिलते ही आतंक फैलाने वालों के सीने पर सांप लोटने लगा है.
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