Bharat Band News: दलित आरक्षण में उपवर्गीय कोटा निर्धारित किए जाने की छूट दिए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ कई संगठनों के भारत बंद का संगम नगरी प्रयागराज में कहीं कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है. बाजार में आम दिनों की तरह चहल-पहल है. सभी दुकानें खुली हुई हैं और बंद पूरी तरह बे असर है.
प्रयागराज में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और आजाद समाज पार्टी के साथ ही कुछ सामाजिक संगठनों के लोग प्रतीकात्मक तौर पर विरोध जताते हुए जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन दे रहे हैं. हालांकि प्रशासन सुरक्षा के मद्देनजर एहतियात के तौर पर हाई अलर्ट पर है. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार गश्त कर हालात पर नजर बनाए हुए हैं. सुरक्षा के मद्देनजर रैपिड एक्शन फोर्स को भी तैनात किया गया है.
प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
समाजवादी पार्टी की अंबेडकर वाहिनी ने डीएम ऑफिस पर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा है. इसी तरह बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता शहर के मम्फोर्डगंज इलाके में स्थित मंडलीय कार्यालय से जुलूस की शक्ल में डीएम ऑफिस पहुंचे और ज्ञापन सौंपा. सांसद चंद्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी ने भी प्रतीकात्मक तौर पर अपना विरोध जताया है. कुछ अन्य संगठनों ने सिविल लाइंस इलाके के धरना स्थल व अन्य जगहों पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया.
क्या बोले सियासी दल और संगठन के लोग
प्रदर्शन कर रहे सियासी दलों और संगठनों के लोगों का कहना है कि बीजेपी की सरकार संविधान से छेड़छाड़ कर आरक्षण को खत्म करना चाहती हैं. अगर उनकी ऐसी मंशा नहीं है तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ उचित कदम उठाना चाहिए. जिस तरह से दलित आरक्षण में उप वर्गीय कोटा निर्धारित किया जाएगा. उसी तरह से आने वाले दिनों में ओबीसी कोटे में भी अलग से कोटा फिक्स कर दिया जाएगा. संगठनों का कहना है कि बीजेपी की सरकार दलितों और पिछड़ों को आपस में लड़ाना चाहती हैं.
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