Prayagraj News: कुंभ नगरी प्रयागराज में पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया है जहां एक बीजेपी नेता की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की. आरोप है कि झूंसी थाने में बीजेपी नेता मनोज पासी को पुलिस ने लाठी-डंडे, जूते और बेल्ट बुरी तरह पीटा. इस घटना के बाद भाजपा नेताओं ने जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है. ग़ुस्साए कार्यकर्ताओं ने देर रात थाने पर विरोध प्रदर्शन किया और थाने का घेराव किया.
बीजेपी नेता से मारपीट मामले में झूसी पुलिस स्टेशन में कई सब इंस्पेक्टर और दूसरे पुलिस कर्मियों पर आरोप लगा है. इस घटना के बाद बीजेपी से जुड़े मेयर गणेश केसरवानी, विधायक दीपक पटेल, विधायक हर्षवर्धन बाजपेई और विधायक सुरेंद्र चौधरी समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया और विरोध प्रदर्शन किया.
3 दारोगा और हेड कांस्टेबल सस्पेंड
बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद पुलिस प्रशासन ने आरोपी पुलिस कर्मियों पर एक्शन लिया और थाने में पिटाई के आरोपी तीन दारोगा और हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके साथ ही इस मामले में थाना प्रभारी के खिलाफ भी जांच बिठाई गई है. डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने मामले की जांच के आदेश जारी किए हैं.
पीड़ित बीजेपी नेता मनोज पासी पार्टी के अनुसूचित मोर्चे के प्रदेश कोषाध्यक्ष हैं. उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं. आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके बाल तक खींचकर उखाड़ दिए. उन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जानें क्या है मामला?
बताया जा रहा है कि मनोज पासी के भाई एक विवादित जमीन पर निर्माण कर रहे थे. आरोप है कि पीड़ित पक्ष के पास जमीन के कागजात भी थे. किसी के आपत्ति करने पर पुलिस निर्माण रोकने पहुंची थी. इस पर बीजेपी नेता मनोज पासी ने थाने पहुंचकर एतराज जताया. आरोपों के मुताबिक थाने जाने पर पुलिसकर्मी उन्हें जबरन एक कमरे में ले गए और उनकी जमकर पिटाई की गई.
इस मामले पर अब सियासत भी गरमा गई है. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इसे लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने इसे पीडीए से जोड़ा और कहा कि 'प्रयागराज के झूंसी में उप्र की प्रभुत्ववादी पुलिस ने क्या केवल इसलिए एक व्यक्ति को बुरी तरह पीटा क्योंकि उसका नाम ‘मनोज पासी’ है. उप्र में पीडीए समाज का व्यक्ति हमेशा ही भाजपा की प्रभुत्ववादी सोच का शिकार होगा, चाहे वह सत्ताघारी दल के साथ हो, तब भी. पीडीए की यही पुकार, अब नहीं सहेंगे अत्याचार.'
बता दें कि इससे पहले प्रयागराज के धूमनगंज थाने में भी 26 दिसंबर को बीजेपी के मंडल अध्यक्ष संजय कुशवाहा की पिटाई की गई थी. इस मामले में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था, जिसके बाद कई पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए थे.
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