प्रयागराज: बंद पड़ी फैक्ट्री में तैयार होंगे ढाई हजार ऑक्सीजन सिलेंडर, टूटती सांसों को मिलेगी उम्मीद की डोर
साल 2013 के पहले इस कंपनी में हर तरह के सिलेंडर का निर्माण होता था और यहां बने सिलेंडर एक्सपोर्ट भी किये जाते रहे हैं. बीपीसीएल को 2500 ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने का आर्डर महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा ने दिया है.
प्रयागराज: ऑक्सीजन के लिए मची मारामारी के बीच संगम नगरी प्रयागराज से एक राहत भरी ख़बर है. प्रयागराज की नैनी इंडस्ट्रियल एरिया में पम्प, कंप्रेशर और हर तरह के सिलेंडर बनाने वाली कंपनी भारत पम्प्स एंड कंप्रेशर्स लिमिटेड (बीपीसीएल) में ऑक्सीजन सिलेंडर का निर्माण शुरु कर दिया गया है. राज्य सरकार के आदेश पर कंपनी तीन हफ्तों में करीब ढाई हज़ार सिलेंडर तैयार करेगी.
प्रयागराज के कमिश्नर संजय गोयल ने इस कंपनी का निरीक्षण कर वहां के लोगों को ज़रूरी दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने क्वालिटी पर ज़्यादा फोकस करने को कहा है. गौरतलब है कि बीपीसीएल को 2500 ऑक्सीजन सिलेंडर बनाने का आर्डर महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा ने दिया है. जिसके लिए तीन करोड़ 68 लाख 75 हज़ार रुपये स्वीकृत भी हो गए हैं. सिलेंडर निर्माण के लिए कंपनी को केंद्र सरकार की ओर से पहले ही मंजूरी मिल गयी थी.
2013 के पहले इस कंपनी में हर तरह के सिलेंडर का निर्माण होता था
हालांकि कोरोना संकट काल के बाद भी बीपीसीएल में सिलेंडर का निर्माण आगे भी होता रहेगा इसको लेकर संशय बना हुआ है. साल 2013 के पहले इस कंपनी में हर तरह के सिलेंडर का निर्माण होता था और यहां बने सिलेंडर एक्सपोर्ट भी किये जाते रहे हैं. कंपनी को सिलेंडर निर्माण का ऑर्डर मिलने के बाद कंपनी के कर्मचारियों और अधिकारियों में भी ये उम्मीद जगी है कि केन्द्र सरकार से इस कंपनी को भी ऑक्सीजन मिल सकती है और सरकार प्लांट बंद करने का अपना आदेश वापस ले सकती है.
यह भी पढ़ें-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना को दी मात, खुद ट्वीट कर नेगेटिव होने की जानकारी दी