Cash For Vote Case: कैश फॉर वोट मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने स्वागत किया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लैंड मार्क माना है. हालांकि उन्होंने फैसले को विस्तार से पढ़े बिना टिप्पणी करने को अनुचित बताया. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने ही पुराने फैसले को पलट दिया है. प्रमोद तिवारी ने सैद्धांतिक तौर पर मैं फैसले से सहमति जताई. उन्होंने सांसद या नौकरशाह के विशेषाधिकार को भी संरक्षण मिलने की मांग की. लेकिन भ्रष्टाचार का मामला सामने आने पर अभियोग भी चलना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आड़ में उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा.


'कैश फॉर वोट मामले में फैसले का स्वागत'


प्रमोद तिवारी ने गोवा और त्रिपुरा में सरकारें गिराने का जिक्र किया. उन्होंने आगे कहा कि मणिपुर में दल परिवर्तन, चंडीगढ़ और हिमाचल में 'खेला' उदाहरण है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार में साहस है तो इन मामलों में भी बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं पर मुकदमे की कार्रवाई करे. सुप्रीम कोर्ट ने कैश फॉर वोट मामले में ऐतिहासिक फैसला देते हुए 1998 के अपने फैसले को पलट दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि रिश्वतखोरी कैंसर और जहर की तरह घातक है.


सीएम मोहन यादव के बयान पर कसा तंज


सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने कहा कि विशेषाधिकार के तहत सांसदों और विधायकों को ऐसे मामलों से छूट नहीं दी जा सकती. उनके खिलाफ अभियोग चलाया जा सकता है. सीजेआई डॉ डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सात जजों की बेंच ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है. मुख्यमंत्री मोहन यादव के राम राज्य वाले बयान पर भी कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने पलटवार किया. उन्होंने पूछा कि क्या शिवराज सिंह चौहान का शासन रावण राज्य और राक्षस राज्य था. बता दें कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में राम राज्य आने का दावा किया था. 


प्रमोद तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर चुटकी लेते हुए कहा कि माना उनके बुरे दिन चल रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री मोहन यादव को इस तरह की बयानबाजी कर उनके जख्मों पर नमक नहीं डालना चाहिए. मुख्यमंत्री मोहन यादव के बयान से साफ है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का शासन रावण राज्य और राक्षस राज्य था. कांग्रेस सांसद ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान पांच बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तो क्या राम राज्य नहीं ला पाए थे.


बीजेपी पर क्या बोले कांग्रेस के प्रमोद तिवारी


उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव की अनुभवहीनता बीजेपी के लिए नुकसानदायक साबित होगी. कलकत्ता हाईकोर्ट के जज अभिजीत गंगोपाध्याय पर भी प्रमोद तिवारी ने टिप्पणी की. कांग्रेस सांसद ने कहा कि जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय जितना जल्दी हो इस्तीफा देकर सक्रिय राजनीति में चले जाएं. हा जज रहते हुए भी उनकी प्रतिक्रियाएं राजनेताओं की तरह ही होती थी. 


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