Prayagraj Platelets Case: प्रयागराज में प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद डेंगू पीड़ित मरीज की मौत से जुड़े मामले में तीन सदस्यीय कमेटी की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है. जांच रिपोर्ट में मौसंबी का जूस चढ़ाए जाने की बात सामने नहीं आई है. दरअसल, मौत का शिकार हुए युवक के परिजनों ने मौसंबी का जूस मिला हुआ प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने का आरोप लगाया था. जांच कमेटी ने दावा किया कि मरीज को प्लेटलेट्स ही चढ़ाया गया था लेकिन उसे ठीक ढंग से प्रिजर्व नहीं किया गया था.


पुअर्ली प्रिजर्व्ड प्लेटलेट्स चढ़ाया गया था


रिपोर्ट की मानें तो मरीज को असुरक्षित ढंग से रखा गया प्लेटलेट यानी पुअर्ली प्रिजर्व्ड प्लेटलेट्स चढ़ाया गया था. प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई थी. डीएम संजय खत्री ने एसडीएम, सीओ और डिप्टी सीएमओ की जांच कमेटी बनाई थी. कमेटी ने बुधवार (26 अक्टूबर) देर शाम अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है.


20 अक्टूबर को सील किया गया था अस्पताल


डीएम के मुताबिक आरोपी ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर की भी जांच कराई गई थी. इसके अलावा मृतक मरीज प्रदीप पांडेय के मामले की भी अलग से जांच कराई गई. जांच में ग्लोबल हॉस्पिटल की लापरवाही सामने आई थी. इस मामले में सीएमओ के निर्देश पर 20 अक्टूबर को ही अस्पताल को सील कर दिया गया है. सीएमओ के स्तर पर अग्रिम कार्रवाई भी की जा रही है.


अस्पताल के ध्वस्तीकरण का नोटिस हो चुका है जारी


प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने भी अस्पताल की बिल्डिंग को ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी किया है. हालांकि डीएम और एसएसपी ने 21 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक गिरोह से जुड़े हुए 10 लोगों को गिरफ्तार करने का दावा किया था. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया था कि गिरोह के लोग प्लाज्मा को ही प्लेटलेट्स बताकर उसे ऊंचे दामों पर जरूरतमंदों को बेचते थे. असुरक्षित तरीके से प्लाज्मा चढ़ाए जाने की वजह से कई मरीजों की तबीयत बिगड़ गई थी.


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