Prayagraj News: महंत नरेंद्र गिरि के गनर रहे अजय कुमार सिंह आय से अधिक संपत्ति मामले में फंस गए हैं. कर्नलगंज कोतवाली में अजय कुमार सिंह पर मुकदमा दर्ज हुआ है. शुरुआती जांच में भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने के बाद बड़ी कार्रवाई हुई. बता दें कि हेड कांस्टेबल अजय कुमार सिंह अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bharatiya Akhara Parishad) के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की सुरक्षा में लंबे समय तक तैनात थे. फिलहाल अजय सिंह कौशांबी (Kaushambi) जिले से अटैच हैं.
बुरे फंसे महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में तैनात रहे अजय कुमार सिंह
भ्रष्टाचार निवारण संगठन (Anti Corruption Organization) के इंस्पेक्टर ने कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया. अजय सिंह 2005 में उत्तर प्रदेश पुलिस का हिस्सा बने थे. उनकी नियुक्ति कांस्टेबल के पद पर हुई थी. 18 साल की नौकरी में अजय कुमार सिंह करोड़पति बन गए. जबरन रिटायर किए गए आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने अजय कुमार सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत की थी. शिकायत पर गृह विभाग ने दिसंबर 2022 में जांच के आदेश दिए थे.
कर्नलगंज कोतवाली में आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा हुआ दर्ज
भ्रष्टाचार निवारण संगठन मुख्यालय की ओर से जनवरी 2023 में इंस्पेक्टर ठाकुर दास को जांच सौंपी गई थी. शुरुआती जांच में दीवान अजय सिंह दोषी पाए गए. दीवान अजय सिंह महंत नरेंद्र गिरि की सुरक्षा में लंबे अरसे तक तैनात थे. महंत नरेंद्र गिरि की वजह से अजय सिंह पुलिस महकमे का रॉबिनहुड बन गया था.
अजय सिंह के पास फॉर्च्यूनर समेत कई वाहन, बाइकें और प्रयागराज में दो फ्लैट होने की बात सामने आई थी. अजय सिंह मूल रूप से बलिया के रहने वाले हैं. महंत नरेंद्र गिरि खुदकुशी मामले में फंसे आरोपी शिष्य आनंद गिरि ने भी अजय सिंह पर सवाल खड़े किए थे. आरोप लगाया था कि अजय सिंह समेत अन्य सेवादारों के नाम महंत नरेंद्र गिरि ने लाखों करोड़ों की संपत्ति कर दी है.