Prayagraj News: प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर की संदिग्ध मौत का मामला लगातार उलझता जा रहा है. ट्रेनी डॉक्टर ने कार में बैठकर इंजेक्शन के जरिए खुदकुशी की है या फिर उनकी हत्या की गई है, इसे लेकर सस्पेंस और बढ़ गया है. घटनास्थल के हालात जहां इस तरफ इशारा कर रहे थे कि डॉक्टर ने बेहोशी के इंजेक्शन की ओवरडोज लेकर खुदकुशी की है तो वहीं कार में मरणासन्न हालत में पाए गए डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव के परिवार वालों ने अब हत्या की आशंका जताते हुए तीन डॉक्टर्स के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज कराया है.
अब तक की जांच में यह सामने आया है कि डॉक्टर की मौत की वजह उनकी महिला दोस्त से ब्रेकअप होना है. हालांकि यह जांच का विषय है कि रेजिडेंट डॉक्टर कार्तिकेय ने महिला डॉक्टर से ब्रेकअप होने से दुखी होकर खुद अपनी जान दी है या फिर महिला डॉक्टर ने दोस्ती टूटने के बाद अपने कथित बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. परिवार वालों द्वारा कराई गई एफआईआर ने गुत्थी को और उलझा दिया है.
डॉक्टर की बहन ने लगाए गंभीर आरोप
मृतक डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव की बहन की एफआईआर में जहां एक तरफ एसोसिएट प्रोफेसर सचिन यादव और रेजीडेंट डॉक्टर शिवम गुप्ता पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए उन पर हत्या की आशंका जताई गई है. वहीं दूसरी तरफ इसी मेडिकल कॉलेज की महिला रेजिडेंट डॉक्टर अनामिका पर भाई से दोस्ती तोड़ने और कथित नए दोस्त के साथ मिलकर हत्या का आरोप लगाया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी इस मामले का सस्पेंस और बढ़ा दिया है. मेडिकल कॉलेज ने भी एक जांच कमेटी गठित कर दी है. जांच कमेटी के अध्यक्ष प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर दिलीप चौरसिया बनाए गए हैं. डॉक्टर दिलीप चौरसिया का कहना है कि जांच एक हफ्ते में पूरी कर ली जाएगी.
दूसरी तरफ पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि मेडिकल कॉलेज के अस्पताल की पार्किंग में जहां डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव की कार पाई गई थी, वहां लगे सीसीटीवी कैमरे खराब पाए गए हैं. इस बारे में स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर अजय सक्सेना का कहना है कि कैमरा को ठीक करने के लिए कई बार लेटर भेजा गया था. अब इन्हें जल्द ही ठीक करा दिया जाएगा.
ये भी पढे़ं: यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाएगा सरकार का ये विभाग?अब बढ़ाई जाएगी तारीख!