बाहुबली सांसद अतीक अहमद पर कसता जा रहा है योगी सरकार का शिकंजा, ED से जांच करवाने की सिफारिश
यह सिफारिश यूपी सरकार से की गई है. यूपी सरकार अब जल्द ही इस सिफारिश को अपने संस्तुति के साथ केंद्र को भेजेगी. उम्मीद है कि अतीक अगले दस दिनों में इसकी इजाजत मिस लकती है.
प्रयागराज: माफिया डॉन के तौर पर बदनाम पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद पर योगी सरकार का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. इन दिनों गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद अतीक अहमद के खिलाफ अब ईडी से जांच कराए जाने की भी सिफारिश की गई है. अतीक से जुड़े अपराधों की जांच कर रही प्रयागराज पुलिस ने ईडी जांच के लिए औपचारिक तौर पर सिफारिश कर दी है.
प्रयागराज के बाहर भी आर्थिक साम्राज्य फैले होने का शक प्रयागराज पुलिस की सिफारिश में कहा गया है कि अतीक और उसके परिवार ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर अरबों की चल -अचल सम्पत्तियां अर्जित की हैं. करीब आधा दर्जन कंपनियां कागजों पर चल रही हैं, जबकि दस ऐसी बेनामी रियल स्टेट कंपनियां है, जिनमे अतीक के परिवार का पैसा लगा हुआ है.
प्रयागराज के बाहर भी आर्थिक साम्राज्य फैले होने का शक है, इसलिए अतीक से जुड़े आर्थिक मामलों की जांच प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी से कराया जाना ज़रूरी हो गया है. उम्मीद है कि अतीक अगले दस दिनों में अतीक से जुड़े मामलों की जांच ईडी से कराए जाने की सिफारिश को मंजूरी मिल सकती है.
मामलों की जांच के लिए ज्वाइंट एसआईटी का गठन ईडी जांच के अलावा प्रयागराज के सरकारी अमले ने अतीक से जुड़े मामलों की जांच के लिए अलग अलग विभागों की एक ज्वाइंट एसआईटी का गठन कर दिया है. इस एसआईटी में पुलिस और प्रशासन के साथ ही राजस्व, विकास प्राधिकरण, नगर निगम व अन्य विभागों के अधिकारियों को रखा गया है.
इस एसआईटी का गठन प्रयागराज रेंज के आईजी पुलिस कवीन्द्र प्रताप सिंह के निर्देश पर किया गया है. कई विभागों की ज्वाइंट एसआईटी गठित होने से विभागों में आपसी तालमेल बना रहेगा. जांच में तेजी आएगी और साथ ही आरोपों को सबूतों व गवाहों की बुनियाद पर कानूनी मजबूती दी जा सकेगी. प्रयागराज के एसएसपी अभिषेक दीक्षित ने ईडी जांच की सिफारिश किये जाने की तस्दीक की है.
गैंग के सदस्यों की अवैध सम्पत्तियों को भी जब्त किया जाएगा प्रयागराज रेंज के आईजी पुलिस केपी सिंह के मुताबिक़ अतीक के खिलाफ दर्ज मुकदमों की जांच जल्द पूरी किये जाने की नीयत से गुजरात जेल के अफसरों से संपर्क किया जा रहा है. जेल अफसरों से तमाम मुकदमों में अतीक का बयान वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराए जाने की अनुमति मांगी जाएगी. अगर किन्ही वजहों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये बयान दर्ज नहीं होता तो पुलिस अफसरों की ऐसी टीम भेजी जाएगी, जो सभी मामलों में बाहुबली का बयान दर्ज कर सके.
इतना ही नहीं अतीक की लग्जरी गाड़ियों पर भी प्रशासन की नज़र है. इनमे बारे में ब्यौरा जुटाकर ज़रुरत पड़ने पर इन्हे सीज कराए जाने की भी तैयारी है. सरकारी अमला इसके साथ ही अतीक गैंग के सदस्यों की मानीटरिंग कर रहा है. अतीक पर शिकंजा कसने के साथ ही उसके गैंग के सदस्यों की अवैध सम्पत्तियों को भी जब्त किया जाएगा.
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