Fake Currency: प्रयागराज में नकली नोट छापने वाले मदरसे पर शिकंजा, हो सकती है बुलडोजर की कार्रवाई
Prayagraj Fake Currency: जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने मदरसा चलाने वाली समिति का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की संस्तुति की है. मदरसे पर बुलडोज़र की कार्रवाई भी की जा सकती है.
Prayagraj Fake Currency: संगम नगरी में नकली नोट छापने वाले मदरसे पर प्रशासन की ओर से शिकंजा कसना शुरू हो गया है. इस मदरसे का संचालन करने वाली सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाएगा. जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने फर्म्स सोसाइटीज एंड चिट्स के अस्सिटेंट रजिस्ट्रार से सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन रद्द किए जाने की सिफारिश की है.
अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी ने इस बारे में औपचारिक पत्र भेजा है. इस पत्र में कहा गया है कि नकली नोट छापने वाला मदरसा जामिया हबीबिया मान्यता प्राप्त नहीं है. यह अवैध रूप से संचालित हो रहा है. इस मदरसे में छुपकर नकली नोट छापने का गोरख धंधा होता था. ये मामला सामने आने के बाद जल्द मदरसे को सील किया जा सकता है, यही नहीं बुलडोजर की कार्रवाई भी की जा सकती है.
मदरसा चलाने वाली संस्था का रजिस्ट्रेशन होगा रद्द
इस मदरसे का संचालन सोसाइटी अंजुमन जामिया हबीबिया करती है. पत्र के जरिए समिति का रजिस्ट्रेशन रद्द कर प्रबंध समिति को बर्खास्त किए जाने की संस्तुति की गई है. जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कृष्ण मुरारी के मुताबिक समिति का रजिस्ट्रेशन रद्द होने के बाद मदरसे को कतई संचालित नहीं किया जा सकता.
अधिकारी ने दावा किया है कि नकली नोट छापने वाले इस मदरसे को अब राडार और सर्विलांस पर लिया जाएगा और यहां की एक-एक गतिविधि की जानकारी जुटाई जाएगी. खबरों को मुताबिक आने वाले दिनों में इस अवैध मदरसे को सील किया जा सकता है और इस पर बुलडोजर की कार्रवाई भी की जा सकती है.
100-100 के नोट छापते थे आरोपी
बता दें कि प्रयागराज पुलिस ने मदरसे में नकली नोट छापने वाले गैंग का खुलासा किया है. ये गैंग एक मदरसे में छुपकर इस काले कारनामे को अंजाम देता था. इस मामले में मदरसे के कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफसीरुल समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें गिरोह का मास्टरमाइंड जाहिर खान उर्फ अब्दुल जाहिर भी शामिल हैं.
प्रिंसिपल ने आरोपियों को मदरसे के अंदर ही एक कमरा दे रखा था, जिसके अंदर नकली नोट छापे जाते थे. ये गैंग 100-100 के नकली नोट छापता था ताकि उसे आसानी से बाजार में खपाया जा सके. पुलिस के मुताबिक मदरसे में तीन महीनों से नकली नोट छापने का काम किया जा रहा था.