UP News: संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियां लगातार उफान पर हैं. लगातार जलस्तर बढ़ने से दोनों नदियां तेजी से खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही हैं. हालांकि राहत की बात सिर्फ इतनी है कि नदियों का जलस्तर बढ़ने की रफ्तार बेहद कम हो गई है. गंगा और यमुना नदियों में आई बाढ़ ने अब जबरदस्त तबाही मचानी शुरू कर है. तटीय इलाकों के दर्जनों मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया है. 


संगम जाने वाले सभी रास्ते बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. तमाम मठ मंदिर और आश्रम बाढ़ के पानी में समा गए हैं. कई रिहाइशी बस्तियों में घरों की एक मंजिल तक पानी में डूब गई है. कई सड़कों और गलियों में नावें चल रही हैं. अब तक तकरीबन दो हजार लोगों ने बाढ़ राहत शिविरों में शरण ली है, जबकि दस हजार से ज्यादा लोग घर बार छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर चले गए हैं.


गंगा में चल रही हैं नावें 


प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों ही नदियां खतरे के निशान से तकरीबन आधा मीटर नीचे बह रही है. गंगा में नावें चल रही हैं, लेकिन यमुना नदी में नाव चलाने पर पाबंदी लगी हुई है. अगर नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता रहा तो प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों ही रात तक खतरे के निशान को पार कर सकती हैं. नदियों में आई बाढ़ में शहर से लेकर ग्रामीण इलाके तक बड़े हिस्से के जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. गंगा सड़कों पर बह रही हैं और लोग सड़कों पर ही आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. 


घरों की एक मंजिल बाढ़ के पानी में डूबी


प्रयागराज में दारागंज, सलोरी, बघाड़ा, राजापुर,  शिवकुटी, झूसी, छतनाग, अरैल, रसूलाबाद, फाफामऊ समेत दर्जनों मोहल्ले बाढ़ की चपेट में है. हजारों घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. कई जगह तो घरों की एक मंजिल बाढ़ के पानी में डूब गई है. ग्रामीण इलाकों में भी बाढ़ का जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है. कई गांवों का मुख्य मार्गो से संपर्क टूट गया है. 


सौ बाढ़ राहत चौकियां और सात बाढ़ राहत केंद्र बनाए गए


प्रयागराज में प्रशासन ने सौ बाढ़ राहत चौकियां बनाई है. इसके अलावा सात बाढ़ राहत केंद्र बनाए गए हैं. इन बाढ़ राहत केंद्रों में दो हजार से ज्यादा लोगों को ठहराया गया है. कंट्रोल रूम से चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है. प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों ही नदियां अब एक से डेढ़ सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि मंगलवार से बाढ़ का पानी घटना शुरू हो जाएगा और लोगों को राहत मिलने लगेगी. बाढ़ की वजह से कुंभ की तैयारी भी प्रभावित हो रही हैं.


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