Prayagraj News: लोकसभा चुनाव होने में अब कुछ ही दिन बचे है. का बिगुल रहा है. सियासी सरगर्मी अपने शबाब पर है. लेकिन सियासत की शतरंजी बिसात पर शह और मात के चुनावी खेल में हेट स्पीच और सोशल मीडिया पर पोस्ट होने वाले नफरती - भड़काऊ - विवादास्पद और भावनाओं को आहत करने वाले हेट कंटेंट को रोकना चुनाव आयोग और व्यवस्था से जुड़े अफसरों के लिए बड़ी चुनौती है. हालांकि आने वाले दिनों में चुनावों में हेट कंटेंट को पोस्ट होने से पहले ही रोका जा सकेगा. 


संगम नगरी में इसके लिए प्रयागराज की ट्रिपल आईटी ने हेट फ्यूजन नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है. यह सॉफ्टवेयर अभी सिर्फ आपत्तिजनक टेक्स्ट की पहचान कर मैसेज को पोस्ट होने से ब्लॉक कर देगा, लेकिन आने वाले दिनों में हेट आडियो और वीडियो भी पोस्ट नहीं की जा सकेगी. दावा किया जा रहा है कि यह सॉफ्टवेयर चुनावों में तो उपयोगी साबित होगा ही, लेकिन आम दिनों में भी क़ानून व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस और प्रशासन के लिए भी बेहद मददगार हो सकता है.


ट्रिपल आईटी ने तैयार किया सॉफ्टवेयर
इस सॉफ्टवेयर को प्रयागराज की ट्रिपल आईटी यानी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के आईटी डिपार्टमेंट की टीम ने तैयार किया है. आईटी डिपार्टमेंट के हेड प्रोफ़ेसर वृजेन्द्र सिंह के निर्देशन में रिसर्च स्कॉलर अशोक यादव और स्टूडेंट आकृति सिंह व अन्य की टीम ने इसे सालों की कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया है. इनके मुताबिक़ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अभी मॉडरेटर्स के जरिए मैनुअल तरीके से आपत्तिजनक कंटेंट को हटाया जाता है. साफ्टवेयर न सिर्फ आपत्तिजनक मैसेज व दूसरे मैटेरियल की पहचान कर लेगा, बल्कि यह भी शो करेगा कि पोस्ट के लिए भेजा गया कंटेंट कितने प्रतिशत तक आपत्तिजनक है.


चुनाव के वक़्त बड़ी संख्या में भड़काऊ और नफरती आइटम्स पोस्ट किये जाते हैं. आम तौर पर इनकी पहचान तब होती है, जब यह विवादित कंटेंट पोस्ट हो जाते हैं, लेकिन ट्रिपल आईटी ने हेट फ्यूजन के नाम से जो सॉफ्टवेयर तैयार किया है, उसमें कंटेंट को पोस्ट होने से पहले ही उसे पहचान लिया जाएगा. कोई भी कंटेंट किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आते ही सॉफ्टवेयर उसका परीक्षण करेगा. पलक झपकते ही कंटेंट तीन कैटेगरी हेट - नान हेट और ऑफेंसिव में किसी एक में सेलेक्ट हो जाएगा. जिससे समय की भी बचत होगी.


आपराधिक मामलो की रोकथाम के लिए मददगार
प्रोफ़ेसर वृजेन्द्र और उनकी टीम के मुताबिक़ इस सॉफ्टवेयर के ज़रिये चुनावों में हेट स्पीच और दूसरे हेट कंटेंट को पोस्ट होने से पहले ही रोका जा सकेगा. इसमें एक सीमा निर्धारित कर यह विकल्प दिया जा सकेगा कि कितने प्रतिशत तक का आपत्तिजनक मटेरियल पोस्ट हो सकेगा. इससे न सिर्फ तमाम मैन पावर की बचत होगी, बल्कि समाज में नफरत फैलने पर काफी हद तक अंकुश लग सकेगा. आपराधिक मामलों की तफ्तीश और रोकथाम में भी यह बेहद मददगार साबित होगा. जल्द ही इसका कॉपीराइट कराकर इसे सार्वजनिक किये जाने की तैयारी है.


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