भूत भगाने के नाम पर हज़ारों की भीड़ के बीच युवती से अमानवीय हरकत, महिलाओं के सामने बीन भी बजाई
वायरल वीडियो व फोटो के आधार पर पुलिस ने इस मामले में अपनी तरफ से एफआईआर दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है. पुलिस ने यह संभावना जताई है कि युवती के बाल खींचने वाला शख्स उसका कोई रिश्तेदार हो सकता है.
प्रयागराज: धर्म की नगरी प्रयागराज में गंगा दशहरा के मौके पर मोक्षदायिनी कही जाने वाली गंगा की धारा में अधर्म का काम हुआ है. यहां भूत भगाने के नाम पर एक युवती के न सिर्फ बाल खींचकर उसे उखाड़ने की कोशिश की गई है, बल्कि अंधविश्वास की हदों को पार करते हुए पानी में जबरन डुबोकर उसके साथ अमानवीय हरकतें भी की गई हैं. इतना ही नहीं कुछेक महिलाओं के सामने बीन बजाकर उन्हें नागिन ठहराने और चुड़ैल से मुक्ति दिलाने का ढोंग भी रचा गया है. बहरहाल युवती को प्रताड़ित किये जाने के वीडियो और फोटो वायरल होने के बाद पुलिस ने अब अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अपनी पड़ताल शुरू कर दी है.
मोक्षदायिनी और जीवनदायिनी कही जाने वाली राष्ट्रीय नदी गंगा के अवतरण दिवस गंगा दशहरा के मौके पर रविवार को संगम नगरी प्रयागराज में हज़ारों की संख्या में कई राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर अपने और अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की थी. लोगों ने वीकेंड कोरोना कर्फ्यू और कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाकर पूरे दिन गंगा की धारा में पूजा अर्चना और आरती करते हुए गंगा मइया का आशीर्वाद हासिल किया था. हालांकि यह साफ नहीं है कि गंगा मइया ज़िंदगी और सेहत को खतरे में डालने वाली इन हरकतों से कितनी खुश या नाराज़ हुई थीं. गंगा दशहरा के मौके पर प्रयागराज में आम श्रद्धालुओं के साथ ही केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, सांसद केशरी देवी पटेल, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, साधू संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि और बीजेपी के कई विधायक भी संगम क्षेत्र में पूजा अर्चना - आरती या आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंचे थे.
बहरहाल, जिस वक़्त हज़ारों लोग पूजा अर्चना कर गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे थे, उसी वक़्त धर्म क्षेत्र में सैकड़ों की भीड़ के बीच कुछ लोग अधर्म का काम भी कर रहे थे. भूत भगाने और चुड़ैल से छुटकारा दिलाने के नाम पर मध्य प्रदेश से आई एक युवती के साथ अमानवीय हरकतें की जा रही थीं. बाल पकड़कर उसे जबरन पानी में डुबोया जा रहा था. कभी बाल खींचकर उसे गालियां दी जा रहीं थीं, अपशब्द कहे जा रहे थे तो कभी बाल को उखाड़ने की कोशिश की जा रही थी. युवती बहुत ज़्यादा विरोध नहीं कर पा रही थी, लेकिन उसके चेहरे के भाव सब कुछ बता दे रहे थे. कई लोगों को यह हरकत अमानवीय लगी तो उन्होंने इसका विरोध किया. विरोध शुरू होने पर युवती के साथ आया तांत्रिक और परिवार के लोग वहां से चले गए. इस दौरान कुछ लोगों ने घटना की फोटो और वीडियो अपने मोबाइल कैमरे पर बना ली थी.
बीन बजाने वाले मामले से पुलिस अभी तक अंजान बनी हुई है
जानकारी के मुताबिक़ मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की एक युवती पिछले कुछ दिनों से दिमागी तौर पर परेशान रहती थी. वहीं के एक तांत्रिक ने गंगा दशहरा पर संगम में झाड़ फूंक कर उस पर चढ़े भूत प्रेत के साये को भगाने का दावा किया. वायरल वीडियो व फोटो के आधार पर पुलिस ने इस मामले में अपनी तरफ से एफआईआर दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है. हालांकि सवाल यह उठता है कि एफआईआर दर्ज करने वाली पुलिस उस वक़्त कहां थी, जब भूत भगाने के नाम पर एक युवती को यातना दी जा रही थी और उसके साथ अमानवीय हरकत की जा रही थी. गंगा दशहरा के दिन संगम की एक और तस्वीर सामने आई है, जिसमे एक तांत्रिक कुछ महिलाओं के सामने बीन बजाते हुए नज़र आ रहा है.
युवती के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. हालांकि पुलिस ने यह संभावना जताई है कि युवती के बाल खींचने वाला शख्स उसका कोई रिश्तेदार हो सकता है, जो किसी तांत्रिक के कहने पर ऐसा कर सकता है. बीन बजाने वाले मामले से पुलिस अभी तक अंजान बनी हुई है.
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