UP News: पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की जयंती पर हर साल संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में राष्ट्रीय स्तर की इंदिरा मैराथन (Indira Marathon) आयोजित कराई जाती है. इस साल भी 19 नवंबर को मैराथन दौड़ कराई जा रही है. मैराथन के 37वां संस्करण में 42 किलोमीटर लंबी दौड़ आयोजित की जाएगी. मैराथन को लेकर इस बार भी धावकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. देश के तमाम नामचीन धावक इस बार की मैराथन में भी हिस्सा लेंगे. इसमें दो पूर्व ओलंपियन एथलीट भी शामिल होंगे. इसके साथ ही बड़ी संख्या में सेना के एथलीट्स ने दौड़ के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है.
आनंद भवन से मदन मोहन मालवीय स्टेडियम तक दौड़
यह मैराथन 19 नवंबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जन्मस्थली प्रयागराज के आनंद भवन से शुरू होगी और 42 किलोमीटर का सफर तय करते हुए मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में खत्म होगी. यूपी के खेल मंत्री गिरीश यादव हरी झंडी दिखाकर धावकों को रवाना करेंगे और दोपहर को विजेताओं को इनाम देकर उन्हें सम्मानित भी करेंगे. धावकों को इस बार भी इलेक्ट्रॉनिक चिप के साथ ही दौड़ पूरी करनी होगी. इंदिरा मैराथन को लेकर इस बार भी खास तैयारियां की गई हैं. मैराथन जिन रास्तों से होकर गुजरेगी, वहां यातायात पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा.
300 धावकों ने अब तक कराया रजिस्ट्रेशन
अब तक 300 से ज्यादा धावकों ने मैराथन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. मैराथन महिलाओं और पुरुषों के अलग-अलग वर्गों में होती है. मैराथन के विजेताओं में तकरीबन 9.70 लाख रुपए की राशि बांटी जाएगी. जो भी एथलीट इस बार की मैराथन में शामिल होने के लिए प्रयागराज आ रहे हैं, वह खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि राष्ट्रीय स्तर की इस मैराथन में जीत हासिल करने के लिए वह पिछले काफी दिनों से तैयारियों में जुटे हुए थे. ज्यादातर धावकों ने अपना प्रदर्शन सुधारने का दावा किया है. अलग-अलग क्षेत्रों के कई नामचीन लोग और बुजुर्ग में धावकों का उत्साह बढ़ाने के लिए प्रतीकात्मक तौर पर दौड़ का हिस्सा बनेंगे.
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