Prayagraj News: माफिया अतीक अहमद के तमाम काले कारनामे उसकी मौत के बाद धीरे-धीरे कर सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में प्रयागराज पुलिस की जांच में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि अतीक अहमद सिर्फ माफिया और शातिर अपराधी ही नहीं, बल्कि इनकम टैक्स चोर भी था. जुर्म की दुनिया में उसने अपने कत्ल से चार दशक पहले ही कदम रख लिया था. इस दौरान उसने लाखों ,करोड़ों नहीं बल्कि अरबो रुपए की कमाई की थी, लेकिन वह इनकम टैक्स की जबरदस्त चोरी करता था. 


माफिया अतीक सांसद, विधायक रहते हुए उसने कभी भी इनकम टैक्स जमा ही नहीं किया. बाद के कुछ सालों में उसने जो रिटर्न फाइल भी किया, उसमे अपनी सालाना आमदनी महज दस से सोलह लाख बताकर उतने का ही टैक्स चुकाया. समझा जा सकता है कि यह सिर्फ आंख में धूल झोंकने जैसा ही था. अपने जीवन के आखिरी पांच सालों में भी उसने कोई टैक्स नहीं भरा था.


'2014 के पहले एक भी टैक्स नहीं दिया'
प्रयागराज पुलिस के मुताबिक माफिया अतीक अहमद ने साल 2014 से पहले कभी भी एक पैसे का भी इनकम टैक्स जमा नहीं किया था. हालांकि इससे पहले वह पांच बार विधायक और एक बार सांसद रह चुका था. लोकसभा और विधानसभा का एक-एक चुनाव हार भी चुका था. अतीक ने सबसे पहले साल 2014 में तकरीबन 10 लाख रुपए की इनकम का रिटर्न फाइल किया था, जबकि आखिरी बार साल 2018 में इनकम टैक्स जमा किया. साल 2014 में जहां उसने अपनी आमदनी दस लाख रुपए के करीब बताई थी तो वहीं 2018 में इसे सोलह लाख के करीब बताकर मामूली रकम इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में जमा की थी. महंगी गाड़ियों के काफिले और लोगों की भीड़ के साथ चलने और लग्जरियस लाइफ जीने वाले माफिया ने पांच बार विधायक और एक बार सांसद रहने के बाद अपनी मामूली आमदनी दिखाकर अकेले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ही नहीं बल्कि देश को भी बेवकूफ बनाने का काम किया था. साल 2018 से 2023 में अपने जिंदा रहने तक उसने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में फूटी कौड़ी भी जमा नहीं की थी.


2014 से 2018 तक टैक्स जमा
प्रयागराज पुलिस माफिया अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज गैंगस्टर के मामले में अपनी जांच को लगातार आगे बढ़ा रही है. इसी जांच में तमाम चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. गैंगस्टर मामले में दर्ज मुकदमे के तहत माफिया की काली कमाई और अवैध संपत्तियों की जांच करते हुए प्रयागराज पुलिस ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से उसके रिटर्न फाइल करने का ब्यौरा मांगा था. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पुलिस को जो जानकारी मुहैया कराई, वह हैरान कर देने वाली थी. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पुलिस को जानकारी दी कि माफिया अतीक अहमद ने साल 2014 से 2018 तक ही टैक्स जमा किया था. इससे पहले और बाद के सालों में कोई टैक्स नहीं जमा किया गया था. 


'अतीक की संपत्ति अवैध'
प्रयागराज के डीसीपी सिटी दीपक भूकर का कहना है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की इस जानकारी से यह बात साफ होती है, कि 2014 से पहले की अतीक अहमद की अर्जित की गई संपत्ति काली कमाई से तैयार की गई है. ऐसे में यह संपत्तियां अवैध होंगी. इन मामलों में जांच और कार्रवाई लगातार जारी है. दीपक भूकर के मुताबिक तथ्यों के आधार पर आगे और भी कार्रवाई की जाएगी. इन मामलों में परिवार व गैंग से जुड़े लोगों की संलिप्तता पाए जाने पर उन पर भी शिकंजा कसा जाएगा. पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के निर्देशन में हो रही जांच में ही पुलिस ने पिछले दिनों यह खुलासा किया था कि माफिया अतीक ने करोड़ों की बेशकीमती संपत्ति राजमिस्त्री का काम करने वाले बीपीएल कार्ड धारक हुबलाल के नाम पर खरीदी थी. उसने इसी तरह से कई बेनामी संपत्तियां भी बनाई हुई थी. 


 ईडी भी मामले की जांच कर रही
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी भी माफिया अतीक अहमद से जुड़े आर्थिक मामलों की कर रही है. ईडी ने अतीक के परिवार से जुड़े तकरीबन दर्जन भर बैंक अकाउंट को सीज कराया है. इन अकाउंट में तकरीबन सवा करोड़ रुपए जमा थे. जांच एजेंसी ने नवंबर 2021 में प्रयागराज में अतीक अहमद की एक संपत्ति को कुर्क भी किया है. यह प्रॉपर्टी उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन के नाम पर थी.


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