Prayagraj Magh Mela 2023: संगम नगरी प्रयागराज में इन दिनों माघ मेला लगा हुआ है. सनातन धर्मियों की आस्था के इस मेले में रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में संत महात्मा और श्रद्धालु यहां आबाद किए गए तंबुओं के शहर में एक महीने के लिए कल्पवास कर रहे हैं. ऐसे में इन श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकारी अमले के लिए एक बड़ी चुनौती है.


मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए वैसे तो पुलिस, पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स के पांच हज़ार से ज्यादा जवान तैनात किए गए हैं, लेकिन पूरी सुरक्षा व्यवस्था की मॉनीटरिंग इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर यानी आई ट्रिपल सी में बनाए गए स्पेशल कंट्रोल रूम से की जाती है. इस कमांड सेंटर में माघ मेला क्षेत्र में लगाए गए हाई क्वालिटी के दो सौ सीसीटीवी कैमरों को ऑपरेट किया जाता है. पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जाती है. चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाती है. सुरक्षा इंतजामों को परखने के साथ ही क्राउड मैनेजमेंट भी किया जाता है. जरूरत पड़ने पर कैमरों को यहीं से ज़ूम व वाइड एंगल पर कर दिया जाता है. 


माघ मेले में चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
इस कंट्रोल रूम में यूपी पुलिस के सौ प्रशिक्षित जवान तीन अलग-अलग शिफ्टों में काम करते हैं. कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम में बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगाई गई है. माघ मेले के एसएसपी डॉ राजीव नारायण मिश्र समेत कई दूसरे अफसर खुद यहां बैठकर पूरे मेले की सुरक्षा की मानिटरिंग करते हैं. जरूरत पड़ने पर पॉइंट पर मौजूद मातहतों को जरूरी दिशा निर्देश दिए जाते हैं. कंट्रोल रूम में बैठने वाले सभी कर्मचारी वायरलेस सुविधा से लैस होते हैं. यहीं से मैसेज पास किया जाता है. ताकि किसी तरह की गड़बड़ी होते ही तुरंत इसकी खबर मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों तक पहुंच सके. 


माघ मेले के एसएसपी डॉ राजीव नारायण मिश्र के मुताबिक इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से ही माघ मेले के श्रद्धालुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर भी ऑपरेट किए जाते हैं. इसके अलावा दूसरे विभागों के अफसरान भी यहीं से व्यवस्थाओं की निगरानी करते हैं. इस कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की स्थापना 2019 के कुंभ मेले के वक्त की गई थी. इसे यूपी के सबसे हाईटेक कंट्रोल रूम में एक माना जाता है. मौनी अमावस्या के दिन जब दो करोड़ श्रद्धालु माघ मेले में आए थे तो उनकी सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट इसी आई ट्रिपल सी सेंटर से किया गया था. मेले में सुरक्षा के मद्देनजर 13 थाने और 38 पुलिस चौकियां बनाई गई हैं. 


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