Prayagraj Magh Mela 2024: प्रयागराज के माघ मेला के शिविरों के लिए जमीन आवंटन का काम जारी, जानें आखिरी तारीख और नियम
Prayagraj News: मेला क्षेत्र में शिविरों के लिए आवंटन का काम 21 दिसंबर से चल रहा है. खाक चौक की 280 संस्थाओं को 167 बीघा जमीन आवंटित की गई. खाक चौक व्यवस्था समिति के वैष्णव संतों ने भूमि पूजन किया.
Magh Mela 2024: संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में 14 जनवरी से माघ मेले की शुरुआत हो रही है. इस बार भी शंकराचार्य और साधु संतों के साथ लाखों श्रद्धालु कल्पवास करेंगे. तकरीबन पचास दिनों तक चलने वाले आस्था के सबसे बड़े मेले में सात करोड़ श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने वाली है. मेला क्षेत्र में शिविरों के लिए जमीन आवंटन का काम गुरुवार 21 दिसंबर से शुरू कर दिया गया था. आज शनिवार को तीसरे दिन खाक चौक व्यवस्था समिति से जुड़े संन्यासियों को जमीन आवंटित की गई. भूमि आवंटन का काम शांतिपूर्वक संपन्न हुआ. मेला प्रशासन ने शिविर लगाने के लिए खाक चौक की 280 संस्थाओं को 167 बीघा जमीन आवंटित की. खाक चौक व्यवस्था समिति के वैष्णव संतों ने भूमि पूजन किया.
14 जनवरी से माघ मेले की हो रही शुरुआत
वैष्णव संतों के साथ माघ मेला प्रभारी दयानंद प्रसाद ने भी भूमि पूजन किया. माघ मेले के प्रभारी अधिकारी दयानंद प्रसाद ने बताया कि जमीन आवंटन का काम परंपरा अनुसार किया जा रहा है. जमीन आवंटन की आखिरी तारीख तीन जनवरी है. उन्होंने बताया कि 24 दिसंबर को भी खाक चौक के संतों को जमीन दी जाएगी. 26- 27 दिसंबर की तारीख आचार्य बाड़ा के लिए तय की गई है. 28 दिसंबर को संगम लोवर मार्ग, संगम अपर मार्ग, सरस्वती मार्ग और महावीर मार्ग पर लगने वाली संस्थाओं को भूमि आवंटित की जाएगी.
शिविर के लिए भूमि आवंटन का काम जारी
29 दिसंबर को अन्नपूर्णा मार्ग और 30 दिसंबर को तुलसी मार्ग, जीटी रोड पर लगने वाली संस्थाओं को जमीन दी जाएगी. 31 दिसंबर को त्रिवेणी मार्ग, 1 जनवरी को रामानुज मार्ग पर.भूमि आवंटन किया जाएगा. 2 जनवरी को काली मार्ग, गंगोली शिवाला मार्ग, सेक्टर-1 एवं 2, परेड, शास्त्री गाटा, कबीर नगर पर भूमि आवंटन होगा. 3 जनवरी को समुद्रकूप मार्ग, इण्टरलॉकिंग मार्ग से-3, हरिश्चन्द्र मार्ग, अरैल, समयामाई मार्ग, सूरदास मार्ग, गाटा मार्ग और अन्य संस्थाओं के लिए भूमि का आवंटन किया जायेगा.
माघ मेले से जुड़े अफसरों ने बताया कि सुविधा पर्चियों के लिए पहचानयुक्त फोटो और आधार कार्ड जरूरी होगा. कहा गया है कि पिछले किसी मेलों में टिन, टेण्टेज, फर्नीचर की सुविधायें प्राप्त कर वापस नहीं करनेवाली संस्थाओं को इस साल भूमि और सुविधा नहीं दी जाएगी. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी ने आगामी 2025 महाकुंभ के रिहर्सल के तौर पर माघ मेले को आयोजित करने का फैसला लिया है.