Magh Purnima 2024 News: संगम नगरी में माघ मेले के पंचम स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर शनिवार को ‘हर हर गंगे’ उद्घोष के बीच शाम छह बजे तक लगभग 38.20 लाख लोगों ने गंगा और पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई. माघी पूर्णिमा स्नान के साथ कल्पवासी एक महीने का कल्पवास पूरा कर अपने अपने घरों को लौटने लगे. 


माघ मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह से ही बादल छाए रहने और ठंडा मौसम रहने के बावजूद शनिवार शाम छह बजे तक करीब 38.20 लाख लोगों ने गंगा और संगम में स्नान किया. उनके मुताबिक, तड़के से ही स्नानार्थियों का माघ मेला क्षेत्र में आना जारी रहा जिसमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे. उन्होंने बताया कि स्नानार्थियों की सुविधा के लिए घाटों की लंबाई 6800 फुट से बढ़ाकर 8000 फुट कर दी गई है और कुल 12 घाट बनाए गए हैं एवं सभी घाटों पर पर्याप्त संख्या में वस्त्र बदलने की सुविधा स्थापित की गई है.


पुलिस उप महानिरीक्षक (माघ मेला) राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि मेला क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं और पूरे मेला क्षेत्र में 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और कृत्रिम मेधा (एआई) आधारित कैमरे लगाए गए हैं. माघ मेला से मुंबई अपने आश्रम के लिए प्रस्थान की तैयारी कर रहे अवधूत भगवान राम के शिष्य आशीष महाराज ने बताया कि माघी पूर्णिमा पर गंगा स्नान कर अन्न वस्त्र दान करने का विशेष महत्व है. उनके मुताबिक, इस स्नान के साथ लोग महीने भर का कल्पवास पूरा कर अपने अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं.


माघी पूर्णिमा पर मेला क्षेत्र और नगर में विभिन्न स्थानों पर स्थानीय लोगों द्वारा पूड़ी सब्जी, हलवा पूड़ी आदि का वितरण किया जा रहा है. वहीं, माघ मेला क्षेत्र में लगे साधू संतों के शिविर में व्यापक स्तर पर भंडारे का आयोजन किया गया. इस बीच, कल्पवासियों और उनके घरेलू सामान आदि को लेकर मेला क्षेत्र से बाहर निकल रहे ट्रैक्टर ट्रॉली व पिक-अप वाहनों के चलते झूंसी पुल, नैनी पुल और बांगड़ धर्मशाला चौराहा पर दोपहर से ही भारी जाम लगा है. यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यातायात पुलिस के जवानों को जाम खुलवाने के काम पर लगाया गया है.


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