Mahant Narendra Giri Case: महंत नरेंद्र गिरि की मौत के साल भर बाद फिर मठ पहुंची CBI की टीम, जांच में जुटी
Prayagraj News: यूपी के प्रयागराज के बाघम्बरी मठ में सीबीआई की टीम ने पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में महंत नरेंद्र गिरि के सील किए हुए कमरे को खोला.ये कमरा मठ की पहली मंजिल पर है.

Baghambri Math: साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के तकरीबन एक साल बाद सीबीआई की टीम आज सरकारी अमले के साथ एक बार फिर प्रयागराज (Prayagraj) के बाघम्बरी मठ (Baghambri Math) में पहुंची है. जहां पहुंचकर सीबीआई की टीम पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में महंत नरेंद्र गिरि के सील किए हुए कमरे को खोला. ये कमरा मठ के मेन गेट के पास स्थित बिल्डिंग की पहली मंजिल पर है.
पुलिस ने दो कमरों को किया था सील
महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के बाद प्रयागराज पुलिस ने मठ के दो कमरों को सील किया था. एक वो कमरा, जिसमें महंत नरेंद्र गिरि का शव संदिग्ध हालत में फंदे से लटकता हुआ पाया गया था और दूसरा वो कमरा जिसमें नरेंद्र महंत नरेंद्र गिरि रहते थे. जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरी का शव फंदे से लटकता पाया गया था, वह केस प्रॉपर्टी है. मुकदमे का ट्रायल अभी शुरू नहीं हुआ है. ऐसे में वो कमरा सिर्फ अदालत के आदेश से ही खोला जा सकता है, लेकिन पहली मंजिल के जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरि रहते थे, उसे आज खोले जाने की कार्रवाई की जा रही है.
कमरे की कराई जा रही वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी
दरअसल मठ के मौजूदा महंत बलवीर गिरि ने कमरा खोले जाने को लेकर कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. अदालत के आदेश पर सीबीआई की टीम आज पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कमरे को खोल रही है. कमरे से मिलने वाले एक-एक सामान का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है. इसके साथ ही वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी कराई जा रही है. मजिस्ट्रेट के आदेश की मौजूदगी में ही ये कमरा अब मठ के मौजूदा महंत बलवीर गिरि को सौंप दिया जाएगा. हालांकि जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरि का शव फंदे से लटका पाया गया था, वो कमरा अभी नहीं खुलेगा.
कार्रवाई के दौरान सभी दरवाजे बंद किए गए
मठ में महंत नरेंद्र गिरि का कमरा खोले जाने के लिए सीबीआई और पुलिस प्रशासन की टीम दोपहर करीब 2:00 बजे पहुंची थी. इस दौरान मठ के सभी दरवाजों को अंदर से बंद कर लिया गया था. इस दौरान किसी को भी अंदर आने की इजाजत नहीं दी जा रही थी. मीडिया के लोगों को भी सिर्फ एक हिस्से तक सीमित रखा गया था और ऊपर की मंजिल पर उस जगह नहीं जाने दिया गया, जहां पर कमरा खोले जाने की कार्रवाई की जा रही है. अब देखना ये होगा कि महंत नरेंद्र गिरि के इस कमरे से क्या कोई सच भी सामने आएगा या नहीं.
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