Mauni Amawasya: कोरोना के खतरे और कड़ाके की ठंड़ के बीच प्रयागराज के माघ मेले (Magh Mela) में मौनी अमावस्या (Mauni Amawasya) का स्नान संपन्न हो गया. मंगलवार को मौनी अमावस्या के मौके पर माघ मेले में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई. वहीं इससे पहले सोमवार को भी 50 लाख श्रद्धालु माघ मेले में आए थे. प्रशासन ने दावा किया है कि 2 दिनों में एक करोड़ 55 लाख लोगों ने संगम पर स्नान और पूजा अर्चना की है.


प्रशासन का दावा अनुमान से ज्यादा आए श्रद्धालु


गौरतलब है कि मौनी अमावस्या का स्नान पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हुआ. वहीं प्रशासन का कहना है कि इस बार अनुमान से ज्यादा श्रद्धालु आए. हालांकि एक करोड़ से ज्यादा की भीड़ के बावजूद स्नान पर्व के सकुशल संपन्न होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली है. बता दें कि मौनी अमावस्‍या माघ मेला सबसे पुण्यदायी स्नान पर्व माना जाता है. इसलिए इस दिन हजारों भक्त गंगा नदी में स्नान करने के लिए पहुंचते हैं.


मौनी अमावस्या पर मौन रहकर भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है


मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर भगवान की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. कहा जाता है कि मौन रहकर भगवान का भजन करने से और पितरों को अर्घ्य देने से जितना पुण्य मिलता है उतना मुख से जाप करने से नहीं मिलता.


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