Prayagraj Murder Case: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) के खेवराजपुर गांव हत्याकांड को लेकर कांग्रेस (Congress) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है. इससे पहले कांग्रेस और टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने पिछले सप्ताह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की थी. फिलहाल एनएचआरसी में इस घटना में गम्भीरता से लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है.
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों के अनुसार प्रयागराज की भयावह घटना के संबंध में पार्टी के प्रतिनिधियों के एक ज्ञापन सौंपे जाने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने आखिरकार मामला दर्ज कर लिया है. उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि इस मामले में जल्द कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी." टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.
'यूपी पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की'
वहीं इस हत्याकांड के बाद टीएमसी ने पिछले दिनों सांसद डोला सेन, ममता बाला ठाकुर, साकेत गोखले, ज्योत्सना मांडी और ललितेश त्रिपाठी की पांच सदस्यीय फैक्ट्स फाइंडिंग कमेटी का गठन किया था, जिसके बाद उस टीम ने खेवराजपुर गांव का दौरा किया, पीड़ितों से मुलाकात कर अब एनएचआरसी चेयरमैन के सामने अपनी मांगें रखी हैं. टीएमसी ने बीते शुक्रवार को एनएचआरसी को दिए ज्ञापन में कहा कि यूपी पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. टीएमसी सदस्यों का दावा है कि पिछले एक महीने में प्रयागराज के उस इलाके में 31 हत्याएं हुई हैं.
पीड़ित ने पत्नी और बहन के साथ रेप की कही थी बात
पत्र के अनुसार पीड़ित सुनील ने उन्हें बताया कि उसकी पत्नी और बहन के साथ रेप किया गया था, जबकि स्थानीय पुलिस ने उसके बयान के मुताबिक शिकायत दर्ज की. यहां तक की प्राथमिकी में भी रेप का जिक्र नहीं था, जबकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार रेप का आरोप लगते ही प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए. पीड़ितों के परिजनों की शिकायत के बावजूद मामला प्राथमिकी में नहीं रखा गया. बताया जा रहा है कि परिवार के सदस्यों की ईंट-पत्थर से कुचल कर निर्मम हत्या की गई थी.
एक ही परिवार के 5 लोगों की हुई थी हत्या
खेवराजपुर गांव के दौरा करने के बाद टीएमसी और कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने यूपी पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाया था. टीएमसी प्रतिनिधिमंडल का आरोप है कि पुलिस पूरी तरह से मूकदर्शक बनी हुई थी. उन्होंने यूपी की योगी सरकार पर चुप्पी साधने का भी आरोप लगाया. दूसरी तरफ कांग्रेस ने एनएचआरसी से उचित कार्रवाई की मांग की थी. आपको बता दें कि प्रयागराज के खेवराजपुर गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या के बाद आरोपियों ने घर में आग लगा दी थी. आरोपियों ने बड़ी बेरहमी से हत्या की थी.
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