UP News: संगम नगरी प्रयागराज के थरवई इलाके में एक ही परिवार के पांच लोगों को बेरहमी से कत्ल किए जाने के मामले में दूसरे दिन में पुलिस के हाथ खाली हैं. इस सनसनीखेज मामले में पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि पूरे परिवार का कत्ल किसने और क्यों किया. कातिलों की संख्या कितनी थी और उनका मकसद क्या था. क्या परिवार की दो महिलाओं के साथ दरिंदगी भी की गई थी. उनकी इज्जत भी तार-तार की गई थी. पीड़ित परिवार ने अब इस मामले में सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की है.


सीएम के सामने रखी ये मांग
परिवार में जीवित बचे इकलौते बालिग सदस्य सुनील ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की गुहार भी लगाई है. सुनील का कहना है कि वह सीएम योगी से मुलाकात कर उनसे इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने की मांग करेगा. इसके साथ ही खुद को सरकारी नौकरी दिए जाने, 50 लाख की आर्थिक मदद किए जाने, बेटी की पढ़ाई सरकारी इंतजाम से कराए जाने और रहने के लिए शहर में एक मकान दिए जाने की भी मांग उठाएगा.


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पुलिस के FIR में बलात्कार की धारा नहीं
पीड़ित बेटे सुनील ने एक बार फिर से दोहराया है कि उसकी पत्नी और बहन दोनों के साथ बलात्कार किया गया था. रेप के बाद ही पूरे परिवार को मौत के घाट उतारा गया था. हालांकि पुलिस ने इस मामले में दर्ज की गई FIR में बलात्कार की धारा नहीं लगाई है. पीड़ित सुनील का कहना है कि उसने तहरीर में ही पत्नी और बहन के शरीर पर कपड़े नहीं होने की बात लिखी थी. ऐसे में पुलिस को इस मामले में बलात्कार की धाराएं भी जोड़ लेनी चाहिए. पीड़ित ने खुद अपनी अपनी और जिंदा चार साल की बच्ची की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने की भी मांग की है.


शक के आधार पर हुई गिरफ्तारी
गौरतलब है कि प्रयागराज के थरवई इलाके के शिवराजपुर गांव में कल सुबह एक ही परिवार के पांच लोगों को उनके घर में ही बेरहमी से कत्ल कर दिया गया था. इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद घर में आग भी लगा दी गई थी. परिवार की दिव्यांग बेटी और बहू के शरीर पर कपड़े भी नहीं थे. ऐसे में आशंका जताई जा रही थी कि बेटी और बहू के साथ रेप किया गया है. रेप के बाद ही पूरे परिवार को बेरहमी से कत्ल किया गया था. इस मामले में प्रयागराज पुलिस ने जांच के लिए सात टीमें गठित की थी, लेकिन डेढ़ दिन से ज्यादा का वक्त बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. पुलिस ने शक के आधार पर एक दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ जरूर की है.


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