प्रयागराज, मोहम्मद मोइन। प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच लोगों को उनके ही घर में बेरहमी से कत्ल किये जाने के सनसनीखेज मामले में पुलिस के हाथ तीसरे दिन भी खाली हैं। पुलिस इस मामले में अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं कर सकी है, जबकि यूपी के क़ानून मंत्री बृजेश पाठक ने कल चौबीस घंटे में सभी आरोपियों को गिरफ्तार किये जाने का दावा किया था। इतना ही नहीं पुलिस अभी इस नतीजे पर भी नहीं पहुंच सकी है कि एक ही परिवार के पांच लोगों को बेरहमी से क़त्ल किये जाने की वजह आखिरकार क्या थी। पुलिस अफसरों ने इस मामले में अब यूपी एसटीएफ की भी मदद लेने का फैसला किया है।
अफसरों ने यह दावा ज़रूर किया है कि उसकी कई टीमें इस मामले के वर्कआउट में काम कर रही हैं। कई दूसरे शहरों में भी घटना से जुड़े सबूत तलाशे जा रहे हैं और जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। अफसरों ने फिर दोहराया है कि इस मामले में जिन सात लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, उनमे से हिरासत में लिए गए छह लोगों के वारदात में शामिल होने की अभी तक कोई बात सामने नहीं आ सकी है, इसी वजह से लगातार पूछताछ किये जाने और हिरासत में होने के बावजूद अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं की गई है। प्रयागराज रेंज के आईजी कवीन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि इस मामले में कई एंगल पर छानबीन की जा रही है और जल्द ही कोई नतीजा सामने आ सकता है। उनका यह भी दावा है कि इस मामले में सही अपराधियों को ही जेल भेजा जाएगा, इसीलिये थोड़ी देर हो रही है।
गौरतलब है कि प्रयागराज के सोरांव इलाके के युसुफपुर गांव में रविवार की सुबह एक ही परिवार के पांच लोगों के शव घर में पाए गए थे। टेम्पो चलाने वाले सोमदत्त तिवारी, उनके बुजुर्ग पिता विजय शंकर, पत्नी सीमा, छह साल के बेटे कान्हा और ढाई साल के कुंज को किसी ने घर में ही बेरहमी से क़त्ल किया गया था। गांव वालों ने कई घंटे तक शवों को उठने नहीं दिया था। रिश्तेदारों ने इस मामले में ग्राम प्रधान समेत सात लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने इनमे से छह लोगों को हिरासत में ले लिया था, लेकिन किसी को भी अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। सूबे के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने कल अंतिम संस्कार के वक्त सभी हमलावरों को चौबीस घंटे में गिरफ्तार कर जेल भेजने का दावा किया था, लेकिन वह समय सीमा ख़त्म होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली ही हैं।