Prayagraj Kanwar Yatra 2024: कावड़ यात्रा को लेकर देशभर में छिड़े विवाद के बीच संगम नगरी प्रयागराज ने गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल पेश की है. प्रयागराज में बुर्कानशीं मुस्लिम महिलाओं ने सावन के तीसरे सोमवार पर संगम नगरी से जल लेकर वाराणसी में काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए जा रहे कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा की. गंगा घाट पर हाथों में तिरंगा झंडा लेकर पहुंचे मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस मौके पर देशभक्ति के नारे लगाए और लोगों को आपसी एकता व भाईचारे का संदेश दिया.
कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करने वाली बुर्कानशीं महिलाओं और उनके साथ मौजूद अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने कहा कि भारत देश में सभी त्यौहार मिलजुल कर मनाने की परंपरा है. साथ मिलजुल कर मनाने में ही त्यौहार का असली आनंद आता है. प्रयागराज में बुर्कानशी मुस्लिम महिलाओं द्वारा कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा किए जाने की यह अनूठी पहल लोगों के बीच चर्चा का सबब बनी हुई है. लोग इस पहल का स्वागत कर रहे हैं.
मुस्लिम महिलाओं ने बरसाए फूल
पुष्प वर्षा कर कांवड़ियों का अनूठे अंदाज में स्वागत करने आए मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ सिख कम्युनिटी के सरदार परविंदर सिंह भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि कोई भी मजहब एक दूसरे से नफरत करने का संदेश नहीं देता. ऐसे में लोगों को धर्म के नाम पर आपस में नहीं लड़ना चाहिए. इसी तरह साथ मिल जुलकर त्योहार को मनाना चाहिए.
संगम नगरी प्रयागराज में हर साल मुस्लिम समुदाय के कावड़ मार्ग पर निकलकर कांवड़ियों पर इसी तरह से पुष्प वर्षा करते हैं. उनके लिए खाने-पीने का इंतजाम करते हैं. उनकी सेवा करते हैं और बदले में भगवान भोलेनाथ के नाम की कांवड़ लेकर चलने वाले कांवड़िए उनकी खुशहाली और तरक्की के लिए खास प्रार्थना करते है.
कांवड़ यात्रा के दौरान भगवान शिव की नगरी काशी में अलग ही रौनक देखने को मिलती है. लाखों की संख्या कांवड़िया यहां पहुंचते हैं और भगवान काशी विश्वनाथ के दर्शन करते हैं.
मोदी सरकार को मिला बसपा चीफ मायावती का साथ, कहा- बीएसपी भी इस मामले में...