संगम नगरी में मोहर्रम पर देशभक्ति की अनूठी मिसाल, राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहे अकीदतमंद
Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज में मुस्लिम समुदाय के लोग मोहर्रम के मौके पर देशभक्ति की अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं. यहां मुहर्रम के मौके पर आस्था के साथ ही देशभक्त के रंग भी देखने को मिल रहे हैं.
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Prayagraj Muharram 2024 News: मोहर्रम के मौके पर देश में कहीं फिलिस्तीन के झंडे लहराए जा रहे हैं तो कहीं भड़काऊ और विवादित नारेबाजी कर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन संगम नगरी प्रयागराज में मुस्लिम समुदाय के लोग मोहर्रम के मौके पर देशभक्ति की अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं.
प्रयागराज के ताजियादार और अकीदतमंद इस्लामिक झंडे के साथ हाथ में राष्ट्रीय ध्वज थाम कर देश भक्ति के नारे लगाते हुए अनूठा संदेश दे रहे हैं. यहां मुहर्रम के मौके पर आस्था के साथ ही देशभक्त के रंग भी देखने को मिल रहे हैं.
फिलिस्तीनी झंडा नहीं राष्ट्रीय झंडा लहरा रहे संगम नगरी के मुसलमान
यहां इमामबाड़ों पर इकट्ठे होने वाले अकीदतमंदों के हाथों में इस्लामी झंडे के साथ ही देश की आन-बान और शान का प्रतीक तिरंगा भी पूरी शान से लहराता हुआ नजर आ रहा है. इतना ही नहीं मुहर्रम के जुलूसों में इस बार लगातार हिन्दुस्तान ज़िंदाबाद के नारे भी लग रहे हैं. बड़ा ताजिया कमेटी के अध्यक्ष इमरान खान, सेंट्रल पीस कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल अजीम उर्फ चांद मियां, झूला कमेटी से जुड़े हुए वरिष्ठ समाजसेवी वजीर खां और शिया समुदाय के अरशद जैदी के मुताबिक अपने अनूठे पैगाम की वजह से ही प्रयागराज का मोहर्रम अपनी अलग पहचान रखता है.
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दिया खास संदेश
दरअसल प्रयागराज के मुस्लिम समुदाय के लोग यह संदेश देना चाहते हैं कि वह जितना अपने मजहब पर अमल करते हैं, उससे कहीं ज़्यादा अपने मुल्क से मोहब्बत करते हैं. प्रयागराज के मुस्लिमों की यह अनूठी पहल यहां चर्चा का सबब बनी हुई है. लोग प्रयागराज के मुस्लिमों की इस पहल की जमकर तारीफें कर रहे हैं.
दूसरे समुदाय के लोग भी होते हैं शामिल
प्रयागराज का मोहर्रम समूचे देश में अपनी भव्यता और अनूठे पैगाम की वजह से जाना जाता है. यहां मुहर्रम की दसवीं पर निकलने वाले जुलूस में तकरीबन पांच लाख लोग शामिल होते हैं. इस जुलूस में दूसरे समुदाय के लोग भी शिरकत करते हैं और मुस्लिम भाइयों के लिए लंगर कर खास अंदाज में उनका स्वागत करते हैं.
प्रयागराज के ताजियादारों का कहना है कि इस बार के मोहर्रम के जुलूस गाइडलाइन के मुताबिक ही निकाले जा रहे हैं. प्रयागराज में मोहर्रम के जुलूसों में पहले ही ऊंट-घोड़ों और लंगर की गाड़ियों पर पाबंदी लग चुकी है. यह पाबंदी ताजियादारों ने खुद ही लगा रखी है.
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