Atiq Ahmed Case: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के पालतू कुत्तों को नगर निगम प्रयागराज (Prayagraj Nagar Nigam) ने पहचान दी है. जर्मन नस्ल ग्रेट डेन के कुत्तों को बिल्ला नंबर 452, 453 और 460 अलाट किया गया है. असरावल कला के तौकीर अली ने दो कुत्तों का रजिस्ट्रेशन कराया है और एक कुत्ते की जिम्मेदारी दरियाबाद के मो. अमन अंसारी ने ली है. नगर निगम में रजिस्ट्रेशन शुल्क तीन हजार रुपये जमा भी करा दिया गया है. बता दें कि उमेश पाल और दो गनर की हत्या के बाद माफिया अतीक का परिवार फरार हो गया था. परिवार की गैरमौजूदगी से माफिया के पाले गए कुत्तों का हाल बेहाल हो गया. कुत्ते दाने- दाने को तरसने लगे. इस दौरान ब्रूनो और ब्राउनी टाइगर नामक 2 कुत्तों ने दम तोड़ दिया.
बिल्लाधारी बने अतीक अहमद के डॉग
बीमारी और भूख से सबसे पहले 9 मार्च को अतीक अहमद की सबसे पसंदीदा फीमेल डॉग ब्रूनो की मौत हो गई थी. 2 दिन बाद दूसरे डॉग ब्राउनी टाइगर ने भी भूख और बीमारी से दम तोड़ दिया. मौत के बाद तीन कुत्ते डैनी, सैडो और कल्लू की कुछ दिनों तक नगर निगम ने देख-रेख की. नगर निगम से कैनल क्लब ने कुत्तों को पालने का जिम्मा ले लिया. एक माह के भीतर कैनल क्लब ने भी हाथ खड़े कर दिए. कैनल क्लब के हटने से तीनों कुत्तों को पालने की जिम्मेदारी नगर निगम ने दो अलग अलग लोगों को दे दी. फीमेल डॉग सैडो को पालने का बड़ा दरियाबाद के मो. अमन ने उठाया.
जानिए कौन सा नंबर किया गया अलाट
सैडो को 460 नंबर देकर बिल्लाधारी बनाया गया. अन्य दो कुत्तों को असरावल कला निवासी तौकीर अली ने पालने के लिए लिया है. डैनी को 452 और कल्लू को 453 नंबर का बिल्ला एलाट किया गया है. नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. विजय अमृत राज ने कुत्तों का रजिस्ट्रेशन होने की पुष्टि की है. गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद को कुत्तों से बेहद लगाव था. अतीक अहमद के परिवार ने विदेशी नस्ल के कई कुत्ते पाल रखे थे. समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री रहते हुए अतीक अहमद के घर आए थे. उन्होंने घर पर माफिया के कुत्तों से हाथ भी मिलाया था. मुलायम सिंह यादव और अतीक के कुत्ते की हाथ मिलाते हुए तस्वीर विवादित हुई थी.