(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
प्रयागराज: नगर निगम ने जारी किए 2800 डेथ सर्टिफिकेट, कोरोना की दूसरी लहर में भारी पड़े ये 50 दिन
प्रयागराज में बीते साल के मुकाबले इस साल ज्यादा डेथ सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं. अकेले नगर निगम से इस साल कुल मिलाकर 2,819 डेथ सर्टिफिकेट जारी किये गए. इनमें से आधे से ज्यादा पिछले 50 दिनों में ही जारी हुए.
प्रयागराज. कोरोना की दूसरी लहर जहां पहले के मुकाबले ज्यादा जानलेवा साबित हो रही है, वहीं इसकी वजह से तमाम दूसरी बीमारियों का इलाज न होने से बड़ी संख्या में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. आम दिनों से तुलना करें तो अप्रैल और मई महीने में मरने वालों की संख्या तीन से चार गुना तक बढ़ी है. प्रयागराज में भी यह आंकड़ा तकरीबन इसी रफ्तार से बढ़ा है. मौतों का आंकड़ा बढ़ने की बात को अलग-अलग जगहों से जारी किये जाने डेथ सर्टिफिकेट की संख्या से भी समझा जा सकता है.
प्रयागराज में अकेले नगर निगम से इस साल कुल मिलाकर 2,819 डेथ सर्टिफिकेट जारी किये गए. इनमें से आधे से ज्यादा पिछले 50 दिनों में ही जारी हुए हैं. मई महीने के तीसरे हफ्ते के 264 आवेदन अभी पेंडिंग हैं. गौरतलब है कि पिछले साल अप्रैल महीने में इस जोन से सिर्फ 6 डेथ सर्टिफिकेट जारी हुए थे, जबकि इस साल अप्रैल महीने में 38 सर्टिफिकेट जारी हुए. इसी तरह यहां पिछले साल मई महीने में यहां से 31 डेथ सर्टिफिकेट जारी हुए, जबकि इस साल पंद्रह मई तक ही 67 प्रमाण पत्र जारी हो चुके हैं. यानी मई महीने का आंकड़ा भी चार से पांच गुना बढ़ जाएगा, क्योंकि अकेले इस जोन में 30 से ज्यादा आवेदन अभी पेंडिंग हैं.
मौतों का आंकड़ा बढ़ने से डेथ सर्टिफिकेट बनवाने वालों की संख्या भी बढ़ी है. ऐसे में नगर निगम के कर्मचारियों पर जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ गया है. हालांकि अफसरान यह दावा कर रहे हैं कि उनके कर्मचारी ज्यादा वक्त और छुट्टी के दिनों में भी काम करते हुए लोगों को तय वक्त पर ही डेथ सर्टिफिकेट देने की कोशिश कर रहे हैं. नगर आयुक्त रवि रंजन के मुताबिक निगम के कर्मचारी महामारी के इस मुश्किल वक्त में ज्यादा समय काम करते हुए अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं. नगर स्वास्थ्य अधिकारी उत्तम कुमार वर्मा का कहना है कि काम भले ही पहले से कई गुना बढ़ गया हो, लेकिन आम दिनों की तरह लोगों को अब भी हफ्ते भर में ही डेथ सर्टिफिकेट जारी करने की कोशिश की जा रही है.
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