Prayagraj News: गंगा और यमुना नदियों में आई ज़बरदस्त बाढ़ की वजह से दो हफ्ते तक बंद रहे प्रयागराज के संगम तट स्थित लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर के कपाट आज एक बार फिर से श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन के लिए खोल दिए गए हैं. बाढ़ का पानी हटने के बाद मंदिर कैंपस की सफाई की गई और थोड़े बहुत जमा पानी व गंदगी को निकाला गया. इसके बाद मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए.


तकरीबन दो हफ्ते बाद मंदिर खुलने के पहले ही दिन आज श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नज़र आई. इस मौके पर मौजूद श्रद्धालु भक्ति भाव में डूबे हुए नजर आए. हालांकि मंदिर के गर्भ गृह को अभी नहीं खोला गया है और श्रद्धालुओं को गर्भ गृह के बाहर से ही दर्शन पूजन की इजाजत दी गई है. गर्भ गृह में अभी थोड़ा पानी भरा हुआ है इसलिए उस पानी को निकालने और साफ-सफाई के बाद बजरंगबली का विशेष श्रृंगार व आरती करके ही गर्भ गृह में दर्शन पूजन शुरू किया जाएगा.


दो हफ्ते पहले पानी ज़्यादा बढ़ने पर मंदिर को पूरी तरह बंद कर दिया गया था


गौरतलब है कि प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों ही नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया था. दोनों नदियां तकरीबन एक हफ्ते तक खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं. नदियों में आई ज़बरदस्त बाढ़ ने संगम स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर को अपनी आगोश में ले लिया था. दो हफ्ते पहले पानी ज़्यादा बढ़ने पर मंदिर को पूरी तरह बंद कर दिया गया था. गंगा और यमुना के खतरे के निशान पार करने के बाद मंदिर का की पूरी बिल्डिंग ही बाढ़ के पानी में समा गई थी और परिसर दूर-दूर तक कहीं नजर नहीं आ रहा था. मंदिर कैंपस में तकरीबन 25 फीट ऊंचाई तक पानी भर गया था.


समूची दुनिया में यह इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां हनुमान जी लेटी हुई अवस्था में अपने भक्तों को दर्शन देते हैं. आज दोबारा मंदिर खुलने पर जो भी श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे थे, वह काफी खुश और उत्साहित नज़र आए. श्रद्धालुओं ने खुद अपने और परिवार के सुख समृद्धि के साथ ही देश और दुनिया से कोरोना की महामारी के खात्मे के लिए ख़ास तौर पर प्रार्थना की.


यह भी पढ़ें-


मुख्तार अंसारी ने जेल में अपनी जान को खतरा बताया, कोर्ट से कहा- मेरी हत्या के लिए दी गई 5 करोड़ की सुपारी


UP Assembly Monsoon session: विधानसभा के मानसून सत्र से पहले सीएम योगी बोले, 'हम सकारात्मक चर्चा को तैयार हैं '