NSUI नेता को गुंडा एक्ट के मामले में मिली जमानत, बोला- न डरूंगा, न झुकूंगा, जारी रहेगा संघर्ष
UP News: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में आंदोलनों की अगुवाई करने वाले NSUI नेता सत्यम कुशवाहा को गुंडा एक्ट के तहत हुई कार्रवाई में जमानत मिल गई है. मामले की अगली सुनवाई 28 मार्च को है.
Prayagraj News: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पिछले कई सालों से आंदोलनों की अगुवाई करने वाले एनएसयूआई नेता सत्यम कुशवाहा उर्फ गांधी को गुंडा एक्ट के तहत हुई कार्रवाई में जमानत मिल गई है. प्रयागराज की पुलिस कमिश्नर कोर्ट ने दो जमानतदारों की गारंटी पर सत्यम कुशवाहा को अग्रिम आदेश तक के लिए जमानत दे दी है.
सत्यम कुशवाहा के खिलाफ 31 आपराधिक मुकदमों के क्रिमिनल रिकॉर्ड के आधार पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई थी. नोटिस जारी कर उसे यह बताने को कहा गया था कि क्यों ना उसके खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की जाए. जमानत मिलने के बाद सत्यम कुशवाहा ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर खुद के साथ भेदभाव के साथ टारगेट कर परेशान कराए जाने का सनसनीखेज आरोप भी लगाया.
गुंडा और अपराधी नहीं : सत्यम कुशवाहा
सत्यम कुशवाहा आज दोपहर 12 बजे के करीब प्रयागराज पुलिस कमिश्नर की कोर्ट में अपने वकीलों के साथ पेश हुआ. हालांकि जमानतदार नहीं मिलने की वजह से उसके मामले की सुनवाई लंच के बाद हुई. दोपहर बाद हुई सुनवाई में सत्यम कुशवाहा ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई पेश की और कहा कि वह पेशेवर अपराधी नहीं है और सभी 31 मुकदमे यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उसके खिलाफ दर्ज कराए हैं.
यूनिवर्सिटी का पूर्व छात्र होने के नाते उसे यहां के स्टूडेंट्स के साथ लगाव है और इसी वजह से वह आंदोलनो में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है. सत्यम ने पुलिस कमिश्नर कोर्ट में कहा कि वह गुंडा और अपराधी नहीं है. उसने खुद को बेगुनाह बताते हुए जमानत दिए जाने की गुहार लगाई. कोर्ट ने दो जमानतदारों की गारंटी पर सत्यम कुशवाहा को जमानत दे दी.
28 मार्च को होगी मामले की अगली सुनवाई
सुनवाई के दौरान यह तथ्य सामने आया कि सत्यम कुशवाहा यूनिवर्सिटी का छात्र नहीं है और वह एक राजनीतिक दल का कार्यकर्ता है. सियासी पार्टी से जुड़ा होने की वजह से ही वह अवैध तरीके से यूनिवर्सिटी कैंपस में न सिर्फ दाखिल होता है, बल्कि तमाम हिंसक आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है और दूसरे छात्रों को भी भड़काता है. इस पर सत्यम की तरफ से सफाई दी गई थी यूनिवर्सिटी प्रशासन पिछले तीन सालों से उसे एडमिशन ही नहीं दे रहा है. पुलिस कमिश्नर कोर्ट सत्यम पर लगे गुंडा एक्ट के मामले में अब 28 मार्च को फिर से सुनवाई करेगी.
सत्यम कुशवाहा ने मीडिया से की गई बातचीत में साफ तौर पर कहा कि वह इस तरह की कार्रवाई से कतई डरने व झुकने वाला नहीं है. छात्रों की समस्याओं को लेकर वह लगातार न सिर्फ आवाज उठाता रहेगा, बल्कि उनके लिए आंदोलन और संघर्ष भी जारी रखेगा. सत्यम ने आरोप भी लगाया कि जिन आपराधिक मुकदमों के क्रिमिनल रिकॉर्ड पर उसके खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई है, उन मुकदमो में उसके साथ तमाम दूसरे लोग भी आरोपी बनाए गए थे, लेकिन गुंडा एक्ट की करवाई सिर्फ उसी के खिलाफ की गई है.
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