Prayagraj News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक रविवार से संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में शुरू हो गई है. 4 दिनों तक चलने वाली इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले समेत संघ के सभी प्रमुख पदाधिकारी शामिल हैं. बैठक में वैसे तो कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होनी है, लेकिन सबसे अहम 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए सियासी जमीन तैयार करने की रणनीति तैयार करने की है. संघ की 4 दिनों की इस बैठक की शुरुआत में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव समेत कई लोगों को श्रद्धांजलि दी गई.


मुलायम सिंह यादव को दी गई श्रद्धांजलि 
कार्यकारी मंडल की बैठक की शुरुआत संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भारत माता के चित्र पर फूल चढ़ाकर की. इसके बाद संघ का कुटुंब गान किया गया. बैठक की शुरुआत में हाल ही में दिवंगत हुए हुए कुछ प्रमुख लोगों को श्रद्धांजलि दी गई. इनमें द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती, धर्माचार्य आचार्य धर्मेंद्र, पूर्व न्यायाधीश जस्टिस लाहोटी और पुरातत्वविद बीबी लाल और समाजवादी पार्टी के संरक्षक व देश के रक्षा मंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का नाम भी शामिल है. संघ की बैठक में मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देना कुछ लोगों के बीच चर्चा का सबक बना रहा.


इस बेहद महत्वपूर्ण बैठक में संघ की स्थापना के 100 साल पूरे होने के मौके पर साल भर चलने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तय की जाएगी. इसके साथ ही उन सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी, जिनका जिक्र संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरे के दिन अपने भाषण में किया था. इनमें मुख्य रूप से जनसंख्या का संतुलन, सामाजिक समरसता, अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम समुदाय को संघ से नजदीक लाना, महिला सशक्तिकरण, मातृभाषा में कामकाज और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हुए मुद्दे शामिल है. इसके अलावा कुछ अन्य मुद्दे भी प्रस्ताव के तौर पर बैठक में सामने लाए जा सकते हैं.


संघ का पूरा फोकस 2024 लोकसभा चुनाव पर


हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संघ का पूरा फोकस 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए मजबूत सियासी जमीन तैयार करनी है. इसके तहत तीन बिंदुओं पर खास फोकस किया जाना है, जिसमें सबसे पहला है महिलाओं का सशक्तिकरण कर उन्हें संघ सरकार और बीजेपी के करीब लाना. दूसरा है जातियों में बटे हिंदू समाज को राष्ट्रवाद के नाम पर इकट्ठा करना और हिंदुत्ववादी और राष्ट्रवादी विचारधारा वाली पार्टी के करीब लाना. तीसरा सबसे अहम मुद्दा है मुसलमानों में संघ और बीजेपी के प्रति फैले भ्रम को दूर कर उनसे सीधे तौर पर संवाद स्थापित करना. माना यह जा रहा है कि संघ की तरफ से बीजेपी के लिए यह सबसे बड़ा मास्टर स्ट्रोक होगा. इस मास्टर स्ट्रोक के जरिए संघ न सिर्फ बीजेपी को लोकसभा चुनाव में मजबूती देना चाहेगा, बल्कि विपक्षी पार्टियों की रणनीति को भी चारों खाने चित करना भी होगा.


यह बैठक प्रयागराज में शहर से तकरीबन 30 किलोमीटर दूर गौहनिया इलाके में स्थित जयपुरिया स्कूल कैंपस में हो रही है. बैठक में संघ के सभी 11 क्षेत्रों और 45 प्रांतों के प्रमुख पदाधिकारी और केंद्रीय समिति के सदस्य शामिल हैं. कुल तकरीबन पौने चार सौ लोग चार दिनों तक गहन मंथन कर आगे की रणनीति तैयार करेंगे. इस बैठक में मार्च महीने में हुई बैठक में लिए गए निर्णय पर हो रहे कामों की समीक्षा भी की जाएगी.


बैठक के अंतिम दिन सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी मीडिया के साथ साझा करेंगे. बैठक को लेकर सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं. स्कूल कैंपस के आसपास के पूरे इलाके को सुरक्षाबलों ने अपने कब्जे में ले लिया है. पूरा इलाका पहले से ही छावनी में तब्दील कर दिया गया है. पुलिस और पीएसी के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है. उम्मीद है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी किसी दिन शाम के वक्त प्रयागराज आकर संघ प्रमुख मोहन भागवत व दूसरे पदाधिकारियों से मुलाकात कर सकते हैं.


 संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठक के बारे में मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि चारों दिन रोजाना 4 से 5 सत्र होंगे. पहले दिन 4 सत्रों में बैठक होगी. बैठक में प्रतिनिधियों के अलावा दूसरे किसी को भी शामिल होने की इजाजत नहीं होगी. नरेंद्र ठाकुर ने संघ की बैठक की शुरुआत में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव समेत कई दूसरे लोगों के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दिए जाने की पुष्टि की.


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