Prayagraj Girl Hostel Case : संगम नगरी प्रयागराज में प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम के शावर में ख़ुफ़िया कैमरा लगाकर छात्राओं की वीडियो रिकार्डिंग करने के आरोपी संचालक आशीष खरे को प्रयागराज पुलिस ने दोबारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आशीष खरे को दोबारा एक आडियो रिकार्डिंग के सामने आने के बाद गिरफ्तार किया गया था. आशीष खरे की यह रिकार्डिंग बाथरूम में ख़ुफ़िया कैमरा फिट करने के आरोपी कारीगर फ़ैयाज़ के साथ हुई बातचीत की है. इस बातचीत में आशीष ने वैसे तो बड़बोलेपन में तमाम बातें कहीं हैं, लेकिन जमानत को लेकर अदालत पर की गई टिप्पणी उसके गले की फांस बन गई और इसकी कीमत उसे अब जेल जाकर चुकानी पड़ रही है.


आडियो रिकार्डिंग में आशीष खरे ने किया है ये दावा


बातचीत की सामने आई आडियो रिकार्डिंग में आशीष खरे ने यह दावा किया था कि रसूख और पहुंच होने की वजह से ही उसे अदालत से जमानत मिल गई थी. उसकी जगह कोई दूसरा होता तो वह कतई न बचता. एबीपी गंगा चैनल के पास आरोपी आशीष खरे की वह आडियो रिकार्डिंग Exclusive तौर पर मौजूद है, जिसकी वजह से वह दोबारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. दरअसल पहली बार की गिरफ्तारी में जेल जाने से पहले ही कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आरोपी आशीष खरे पूरी तरह बेफिक्र और बेअंदाज़ हो गया. उसने तमाम लोगों को फोन कर यह जताने की कोशिश की कि गलती करने और रंगे हाथ पकडे जाने के बावजूद उसे जेल नहीं जाना पड़ा और वह कुछ घंटों में ही पुलिस की गिरफ्त से छूटकर अब फिर से आज़ाद घूम रहा है. हालांकि शातिर दिमाग आशीष बड़बोलेपन की यह बातें अपने फोन के बजाय किसी दूसरे नंबर से करता था. इसी नए नंबर से उसने कैमरा फिट करने के मैकेनिक और केस में वांटेड चल रहे फ़ैयाज़ से भी बातचीत की थी.


आशीष खरे के साथ फ़ैयाज़ की बातचीत की फोन रिकॉर्डिंग आई सामने


फ़ैयाज़ के साथ उसकी बातचीत 6 मिनट 52 सेकेंड हुई थी. यह बातचीत फ़ैयाज़ ने अपने फोन पर रिकार्ड की थी और इसे परिवार के ज़रिये पुलिस को भिजवाया था, ताकि यह साफ़ हो सके कि ज़्यादा गुनाह आशीष का ही था और उसका कोई ख़ास रोल नहीं था. 6 मिनट 52 सेकेंड के इस आडियो में 5 मिनट 10 सेकेंड के करीब आशीष खबरे ये दावा करता हुआ सुनाई देता है कि- मैं तो न्यायपालिका में पकड़ होने की वजह से बेल पर छूट गया था. 6 मिनट 5 सेकेंड के करीब वह कहता है कि मैं तो बच गया, लेकिन आपका बचना मुश्किल हो जाता. आप बस इतना समझ लीजिये कि मौत आपके बगल से निकल गई.मैं चाहकर भी अपने छोटे भाई यानी फ़ैयाज़ को न बचा पाता.शातिर आशीष इस बातचीत में यह भी कहता है कि आपकी कोई ख़ास गलती नहीं थी. आपने मेरे कहने पर ऊपर बाथरूम में वायरिंग की थी. मैं आपका नाम लेना भी नहीं चाहता था, लेकिन पुलिस के दबाव में मैं बार -बार आपको फोन कर अपने घर बुला रहा था, ताकि यहां पहुंचते ही आपकी गिरफ्तारी भी करा देता.


फोन रिकॉर्डिंग में क्या कह रहा है आशीष खरे


बातचीत की शुरुआत में ही आशीष यह कहता है कि वह जानबूझकर दूसरे नंबर से फोन कर रहा है. दरअसल जेल जाने से पहले ही जमानत पर छूटने के बाद आशीष ने तमाम लोगों को सिर्फ वाहवाही लूटने के मकसद से फोन किया था. फ़ैयाज़ के साथ हुई बातचीत के शुरुआती 55 सेकेंड में ही वह कहता सुनाई देता है कि मैं तो जमानत पर छूट कर आ गया हूं. 1 मिनट 40 सेकेंड पर वह ये कहता है कि फ़ैयाज़ भाई गौस पाक या अल्लाह या किसी अन्य की दुआ आपके साथ थी, जिसकी वजह से आप मेरा फोन रिसीव नहीं कर रहे थे. फोन रिसीव कर मेरे घर आ जाते तो दिक्कत में फंस जाते और पुलिस गिरफ्तार कर लेती. 2 मिनट 30 सेकेंड पर वह कहता है कि मैं तो फंस चुका हूं, मुझ पर मुकदमा चलेगा, मुझे बेल भी मिल गई, पर न चाहते हुए भी मुझे आपका नाम बताना पड़ा. साढ़े तीन मिनट पर वह फिर दोहराता है कि आपकी किस्मत अच्छी थी कि आप उस वक़्त नहीं आए, वर्ना मुश्किल में पड़ना तय था.



पुलिस ने फोन रिकॉर्डिंग को लेकर क्या कहा


पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ आशीष खरे ने फ़ैयाज़ को यह फोन इसलिए किया था ताकि वह ये बता सके कि सेटिंग होने की वजह से रसूख के चलते इतने बड़े केस में भी उसने जमानत हासिल कर ली. उसकी जगह कोई दूसरा होता तो वह जेल की सलाखों के पीछे होता. इस मामले में आशीष को जमानत मिलने की वजह से प्रयागराज पुलिस पहले ही सवालों के कटघरे में और लोगों के निशाने पर थी. यह आडियो सामने आने के बाद और किरकिरी से बचने के लिए ही पुलिस ने उसके खिलाफ एक नया मुकदमा दर्ज किया और साथ ही पुराने मुक़दमे में धाराएं बढ़ाईं. इसी आधार पर आशीष को दोबारा गिरफ्तार किया गया और इस बार उसे जेल भी जाना पड़ा.



पुलिस के मुताबिक आशीष और फैयाज की ही है आवाज


कहा जा सकता है कि गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में ख़ुफ़िया कैमरा लगाकर वीडियो रिकार्डिंग करने का मास्टरमाइंड अपने ही बड़बोलेपन व शातिरानेपन का शिकार हो गया. प्रयागराज पुलिस इस आडियो के बारे में कैमरे पर तो कुछ भी बोलने से बच रही है, लेकिन वह ये ज़रूर मान रही है कि सामंने आई रिकार्डिंग में आवाज़ आशीष व फ़ैयाज़ की ही है. फ़ैयाज़ के परिवार वालों ने भी दोनों की आवाज़ की तस्दीक की है.इस मामले में आशीष के साथ ही कैमरा फिट करने वाले मैकेनिक फ़ैयाज़ को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. हालांकि फ़ैयाज़ के परिवार वालों का दावा है कि आशीष ने उससे सिर्फ वायरिंग भर कराई थी और कैमरा उसने खुद अपने हाथों लगाया था, लेकिन पुलिस का मानना है कि बाथरूम के शावर में ख़ुफ़िया कैमरे के लिए वायरिंग करना भी गलत ही है.



आशीष खरे ने पहली मंज़िल पर गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में शॉवर में लगा रखा था कैमरा


गौरतलब है कि प्रयागराज के कर्नलगंज इलाके में पुलिस लाइंस के ठीक सामने आशीष खरे नाम का एक शख्स अपने घर की पहली मंज़िल पर गर्ल्स हॉस्टल चलाता था. बृहस्पतिवार को इस मामले का खुलासा हुआ था कि हॉस्टल संचालक आशीष खरे ने लड़कियों के बाथरूम के शॉवर में ख़ुफ़िया कैमरा लगा रखा था. इस ख़ुफ़िया कैमरे का आउटपुट वह नीचे रखे कम्प्यूटर पर लेता था. छानबीन में पुलिस को जानकारी मिली है कि आरोपी हॉस्टल संचालक आशीष खरे लड़कियों के निजी पलों को न सिर्फ अपने कम्प्यूटर पर लाइव देखता था, बल्कि उसकी रिकार्डिंग भी करता था. आरोपी आशीष के कम्प्यूटर पर कई आपत्तिजनक वीडियो देखे भी गए थे. इस मामले के खुलासे के बाद प्रयागराज में कोहराम मच गया था. पुलिस ने भी बड़े -बड़े दावे करते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की बात कही थी.


आरोपी को गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही मिल गई बेल
हालांकि आरोपी की गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही उसे जैसे ही स्पेशल सीजेएम की कोर्ट में पेश किया गया, उसे फ़ौरन जमानत मिल गई और वह जेल जाने से पहले ही फ़िर से आज़ाद हो गया. आरोपी को जेल जाने से पहले ही जमानत मिलने के बाद प्रयागराज पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान खड़े होने लगे थे. आरोप यह लग रहा था कि पुलिस ने जो धाराएं लगाई थीं, वह सभी जमानती थीं, इसलिए आशीष को आसानी से जमानत मिल गई थी. अगर पुलिस ने कुछ और धाराएं लगाई होतीं तो आरोपी को जेल जाना पड़ता. सबसे बड़ी बात यह थी कि आरोपी के छूटने के बाद छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो का दुरूपयोग किये जाने और हॉस्टल में रही छात्राओं को डरा- धमकाकर उन पर दबाव बनाए जाने का खतरा भी था. आपके अपने चैनल एबीपी गंगा ने पुलिस की सुस्ती व लापरवाही की खबर को प्रमुखता से दिखाया था. इस बीच आडियो सामने आने पर पुलिस ने आशीष पर शिकंजा कसते हुए उसे न सिर्फ जेल भेज दिया, बल्कि अपनी गलतियों पर पर्दा ढकने की भी कोशिश कर डाली.


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