Prayagraj News: प्रयागराज के बेली अस्पताल में महिला द्वारा हॉस्पिटल के वार्ड में नमाज पढ़े जाने के मामले में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया था. ओवैसी ने अपने ट्वीट में नमाज पढ़ने वाली महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने का दावा किया था. उन्होंने नमाज पढ़ने के मामलों पर एफआईआर दर्ज किए जाने को गलत बताया था. हालांकि अब प्रयागराज पुलिस ने असदुद्दीन ओवैसी के दावे का खंडन किया है.
इससे पहले ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, 'अस्पताल में भर्ती, अपने रिश्तेदार की देख-भाल करने वाले किसी कोने में, किसी को तकलीफ़ दिए बग़ैर,अपने मज़हब के मुताबिक़ इबादत करते हैं तो इस में जुर्म क्या है? क्या UP पुलिस के पास कोई और काम नहीं है? जहां भी नमाज़ पढ़ी जाती है, वहां नमाज़ियों पर FIR दर्ज हो जाती है.'
पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर कही ये बात
पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर कहा, 'महिला के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. महिला की एक रिश्तेदार इस अस्पताल में भर्ती हैं. महिला ने एक किनारे नमाज अदा करते हुए अपने रिश्तेदार की सलामती के लिए दुआ की थी. महिला द्वारा पढ़ी गई नमाज से अस्पताल के काम या मरीजों को कोई व्यवधान नहीं हुआ. महिला के नमाज पढ़ने का मामला कतई अपराध की श्रेणी में नहीं आता है. कुछ लोग गलत जानकारी के साथ मामले को बेवजह तूल दे रहे हैं.' पुलिस ने एफआईआर दर्ज किए जाने से साफ इनकार किया है. प्रयागराज पुलिस के खंडन के बाद असदुद्दीन ओवैसी को सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया जा रहा है. तमाम लोगों ने कमेंट करते हुए कहा है कि ओवैसी को पूरी जानकारी लेने के बाद ही किसी मामले पर टिप्पणी करनी चाहिए.
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