Prayagraj News: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के आह्वान पर देश भर के डॉक्टर आज हड़ताल पर हैं. कोलकाता की घटना के विरोध में प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज द्वारा संचालित स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के डॉक्टर्स आज लगातार छठे दिन हड़ताल पर हैं. डॉक्टरों की इस हड़ताल की वजह से रोजाना सैकड़ो की तादाद में मरीजों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है. इनमें कई लोग ऐसे हैं जो दूसरे जिलों से इलाज करने के लिए प्रयागराज आते हैं और हड़ताल की वजह से मायूस होकर वापस लौटते हैं.


जौनपुर से आई हुई मनीषा एक दिन पहले ही ट्रेन से चलकर देर रात प्रयागराज आ गई थी. वह अपने साथ दो महिलाओं और कई छोटे बच्चों को लाई थी. उन्हें हाथ पैर में पिछले कई महीनो से दर्द रहता है. जौनपुर में इलाज से फायदा नहीं मिला तो वहां के डॉक्टर ने उन्हें प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में इलाज कराने की सलाह दी. करीब 8 घंटे तक इंतजार करने के बाद वह मायूस होकर वापस जौनपुर चली गईं. गरीब परिवार की मनीषा बस के टिकट का खर्च वहन नहीं कर सकती थी, इसीलिए ट्रेन से प्रयागराज आई थी और एक दिन पहले ही घर से निकली थी.


डॉक्टर्स की हड़ताल ने बढ़ाई मरीजों की परेशानी
सुल्तानपुर जिले के रहने वाले जीशान अंसारी अपने एक दोस्त की गंभीर रूप से बीमार मां का इलाज करने के लिए प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल आए हुए थे. उन्हें हर्ट की बीमारी है.सुल्तानपुर से यह लोग चार पहिया वाहन बुक कर आए थे. यहां आने पर पता चला कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं. कई घंटे संघर्ष करने के बाद आखिरकार इन्हें मायूस होकर वापस लौटने का फैसला लेना पड़ा. 


इनका कहना है कि डॉक्टरों की मांग अपनी जगह जायज है लेकिन उन्हें मरीजो का इलाज बंद नहीं करना चाहिए. इसी तरह से तमाम अन्य लोगों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है. प्रयागराज में आज प्राइवेट डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं, लिहाजा मरीजों की मुश्किल और भी बढ़ गई है. आज उन्हें ना तो सरकारी अस्पतालों में इलाज मिला और ना ही प्राइवेट अस्पताल में इलाज हो रहा है.


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