UP News: यूपी लोक सेवा आयोग की पीसीएस प्री 2024 और आरओ/ एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023 में नॉर्मलाइजेशन को प्रतियोगी छात्र किसी भी हाल में मानने को तैयार नहीं है. छात्रों ने इसके विरोध में सोमवार 11 नवंबर से बेमियादी आंदोलन पर जाने का ऐलान किया है. जिसके बाद भर्ती परीक्षाओं पर इसका असर हो सकता है. छात्रों ने कहा कि जब तक आयोग द्वारा एक ही शिफ्ट में परीक्षा कराने का आश्वासन नहीं दिया जाएगा तब तक वो इसका विरोध जारी रखेंगे.
प्रतियोगी छात्र सोमवार 11 नवंबर को लोक सेवा आयोग पर गांधीवादी तरीके से शांति पूर्ण विरोध प्रदर्शन करेंगे. ये छात्र नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने ऐलान किया है कि कल सुबह 11 से वो आयोग के गेट नंबर 2 के बाहर अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन करेंगे. उनका यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक कि आयोग की ओर से उन्हें एक दिन और एक शिफ्ट में ही परीक्षा कराने का आश्वासन नहीं मिल जाता.
नार्मलॉइजेशन के विरोध में अड़े अभ्यार्थी
छात्रों ने आयोग से नार्मलॉइजेशन का फैसला वापस लेने की भी मांग की और कहा कि नॉर्मलाइजेशन से उनका नुकसान होने की आशंका है. इसके साथ ही इसमें प्रक्रिया से भ्रष्टाचार को बढा़वा मिलेगा. उन्होंने कहा कि नॉर्मलाइजेशन का जिक्र इन दोनों भर्तियों के विज्ञापन में भी नहीं था. आयोग ऐसा करके विज्ञापन के शर्तों का भी उल्लंघन कर रहा है.
अभ्यर्थियों का कहना है कि वह इसे किसी कीमत पर मंजूर नहीं करेंगे और हर स्तर पर इसका विरोध करेंगे. जरूरत पड़ने पर इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया है कि इस प्रक्रिया से भ्रष्टाचार का लूपहोल बनने की पूरी संभावना है. जो गलत परंपरा को जन्म देगा. आयोग के द्वारा जब एक बार स्केलिंग की प्रक्रिया का उन्मूलन कर दिया गया है तो उसे दोबारा लागू करने का कोई मतलब नहीं है.
बता दें की पीएससी प्री परीक्षा 2024 अगले महीने 7 और 8 दिसंबर को प्रस्तावित है जबकि आरओ/एआरओ प्रारंभिक 2023 परीक्षा 22 व 23 दिसंबर को कराई जाएगी. ऐसे में छात्रों के विरोध को देखते हुए इन भर्ती परीक्षाओं पर इसका असर देखने को मिल सकता है.
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